अघोषित पावर कट, फॉल्ट से साइबर सिटी के लोग हलकान
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : आजकल साइबर सिटी में जिस प्रकार से बिजली की आपूर्ति हो रही है
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : आजकल साइबर सिटी में जिस प्रकार से बिजली की आपूर्ति हो रही है उससे तो लगता ही नहीं कि यह देश का एक वीआइपी शहर है। जबकि प्रदेश सरकार ने जिला को नो पॉवर कट जिला घोषित कर रखा है। यहां के निवासियों का कहना है कि यहां दिन में तो पॉवर कट लग ही रहा है रात को तो यह समस्या और गंभीर हो जाती है। नौकरीपेशा लोगों को रात में बिजली जाने से बड़ी दिक्कत हो रही है। उनका कहना है कि बिजली की इस आवाजाही से पानी की भी किल्लत शुरू हो गई है। लोगों को रात में जागकर या रोड पर चहलकदमी कर रात बितानी पड़ रही है। वहीं लो-वोल्टेज की भी समस्या बनी हुई है।
सेक्टर-39 निवासी तेजबीर ¨सह का कहना है कि रात में अक्सर ऐसा हो रहा है कि बिजली एक से डेढ़ घंटा के लिए जाती है, मगर जब आती है तो या तो उसका वोल्टेज डाउन होता है या किसी एक फेस में बिजली होती है। इससे एक ही क्षेत्र के आधे घरों में बिजली नहीं होती। जब बिजली निगम की ओर से जारी किए गए शिकायत नंबर पर फोन किया जाता है तो अक्सर वह व्यस्त बताता है। सौभाग्यवश, जब कॉल कनेक्ट भी होती है तो पीछे से लाइट जाने की बात कही जाती है। प्रेमपुरी के रहने वाले मंगल कुमार का कहना है कि लोग इतना परेशान हो चुके हैं कि किसी भी समय सड़क पर उतर सकते हैं। स्वरूप गार्डन निवासी रमेश पुरी का कहना है कि इस बिजली कटौती से स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। रात में नींद नहीं आना और दिन में काम करना बड़ा मुश्किल हो गया है। बिजली निगम के अधिकारी और कर्मचारियों को आम आदमी की ¨चता ही नहीं है। स्मार्ट सिटी में लोग बिजली और पानी के मोहताज हो गए हैं। बढ़ रही है फॉल्ट की समस्या
अघोषित पावर कटौती से परेशान लोगों का कहना है कि यदि सर्दी के मौसम से बिजली निगम ने पॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने का काम ठीक से किया होता तो किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। शहर के विभिन्न स्थानों पर फॉल्ट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। उद्यमियों का कहना है कि जब भी बिजली कटौती होती है तो इसकी सूचना उन्हें नहीं दी जाती है। जीआइए के अध्यक्ष जेएन मंगला का कहना है कि बिजली निगम की प्रशासनिक शिथिलता के कारण इंडस्ट्री में बिजली संकट है। किसी प्रकार के फॉल्ट की स्थिति में उसे ठीक कराने में काफी समय लगता है। आलम यह है ई-मेल भेज के माध्यम से शिकायत करने के बाद भी इसका जवाब नहीं आता है और ना ही समस्या का समाधान होता है।
--
उद्योगों को भी नहीं मिल रही ठीक से बिजली
उद्योग विहार, पेस सिटी, सेक्टर-37, बहरामपुर इंडस्ट्री और मानेसर के औद्योगिक क्षेत्र में जिस प्रकार से पावर कट लग रहे हैं उससे उद्योग जगत खुश नहीं है। उद्यमियों का कहना है कि गर्मी के साथ-साथ कटों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। वहीं वोल्टेज की भी समस्या बनी हुई। उद्यमियों का कहना है कि बिजली निगम दावा करता है कि बिजली की कोई कमी नहीं है। फिर भी यह कट समझ से परे है। हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के चेयरमैन किशन कपूर का कहना है कि उद्योगों के लिए यह समय काफी कठिन है। काम प्रभावित हो रहा है। आखिर जनरेटर के भरोसे कब तक काम चलेगा। रविवार को मानेसर में आइएमटी मानेसर के सेक्टर-7 में सुबह साढ़े आठ बजे लाइट चली गई थी जो काफी देर बाद आई। इसी प्रकार से आइएमटी मानेसर के सेक्टर-5 में भी यही हाल रहा।
--
यहां हो रही है बिजली की कटौती
अशोक विहार, पालम विहार, सेक्टर-22, सेक्टर-23, सिविल लाइन, सेक्टर-15, सेक्टर-7 एक्सटेंशन, राजेंद्रा पार्क, सेक्टर-38, सेक्टर-39, झाड़सा, शीतला कॉलोनी, हंस इंक्लेव, कादीपुर, ज्योति पार्क, भीम नगर, हीरा नगर, इस्लामपुर, धनवापुर, पटेल नगर, राजीव नगर, सूरत नगर, कीर्ति नगर, प्रेमपुरी, नाहरपुर, नर¨सहपुर, सुशांत लोक, आरडी सिटी, मियावाली कॉलोनी सहित कई और क्षेत्रों में अघोषित पावर कट की पड़ रही है मांग।