'पोस्टर ब्वॉय मौलाना' से दिया राष्ट्रीय एकता का संदेश
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: आजादी की जंग के सिपाही और मुसलमानों के नाम पर देश के बंटवारे क
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: आजादी की जंग के सिपाही और मुसलमानों के नाम पर देश के बंटवारे का विरोध करने वाले मौलाना अबुल कलाम आजाद की शख्सियत को लेकर शनिवार देर शाम शहर के सेक्टर-4 स्थित बाल भवन में नाटक 'पोस्टर ब्वॉय मौलाना' का मंचन किया गया। इस नाटक के माध्यम से नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) दिल्ली की टीम ने ना केवल आजादी के आंदोलन की यादें ताजा कीं, बल्कि देशभक्ति एवं एकता का संदेश भी दिया। नाटक में मौलाना की भूमिका एनएसडी के सुरेश शर्मा ने निभाई और नाटक का निर्देशन भी उन्होंने हीकिया।
नाटक की कहानी उस वक्त की है जब आजादी की वर्षो से चल रही लड़ाई अपने इच्छित परिणाम के नजदीक पहुंच चुकी थी। वहीं दूसरी तरफ सत्ता के लोभियों ने सांप्रदायिकता की आग पर अपनी रोटियां सेंकनी शुरू कर दी थीं। ज्यादातर लोग इस घातक खेल के परिणामों को दरकिनार कर रहे थे और मौलाना अबुल कलाम आजाद देश के बंटवारे का विरोध कर रहे थे। उन्होंने पंडित जवाहर लाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना को मनाने की भरसक कोशिश की, फिर भी देश को खंडित होने से रोक नहीं पाए। जिन्ना मौलाना अबुल कलाम आजाद को कांग्रेस का पोस्टर ब्वॉय कह कर उन पर तंज कसते थे।
नाटक शाहीद अनवर ने लिखा है। नाटक के निर्देशक प्रख्यात रंगकर्मी एवं अभिनेता सुरेश शर्मा ने भारतेंदु नाट्य अकादमी और एनएसडी से अभिनय में दक्षता एवं डिप्लोमा हासिल किया है। शर्मा ने अब तक 72 से अधिक नाटकों में अभिनय किया है। नाटक में प्रकाश निर्देशन एवं संचालन गो¨वद यादव ने किया और संगीत निर्देशन एवं संचालन काजल घोष ने किया।