Move to Jagran APP

पुलिस ने छापा मारकर पकड़ा फर्जी काल सेंटर

बादशाहपुर थाना पुलिस को साइबर अपराधियों के खिलाफ हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। पुलिस ने सेक्टर-69 के स्पेस प्लाजो में एक फर्जी काल सेंटर पकड़ा है। इस काल सेंटर से आरोपित विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाते थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 07:23 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 07:37 PM (IST)
पुलिस ने छापा मारकर पकड़ा फर्जी काल सेंटर

संवाद सहयोगी, बादशाहपुर (गुरुग्राम): बादशाहपुर थाना पुलिस को साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने सेक्टर-69 के स्पेस प्लाजो में एक फर्जी काल सेंटर पकड़ा है। इस काल सेंटर से आरोपित विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाते थे। इससे पहले भी शहर में दर्जनभर फर्जी काल सेंटर पकड़े गए हैं। बादशाहपुर में पकड़े गए फर्जी काल सेंटर की जांच साइबर थाना को सौंपी गई है।

loksabha election banner

बादशाहपुर थाना प्रभारी निरीक्षक दिनकर को सूचना मिली कि सेक्टर-69 के स्पेज प्लाजो में 10वीं और 11वीं मंजिल पर फर्जी काल सेंटर चलाया जा रहा है। फर्जी काल सेंटर पर रेड करने से पहले एसीपी क्राइम-टू धर्मवीर सिंह को इसकी सूचना दी गई। एसीपी धर्मवीर सिंह भी सूचना मिलते ही पहुंच गए। एसीपी धर्मवीर सिंह व निरीक्षक दिनकर ने काल सेंटर पर रेड करने के लिए पुलिस पार्टी तैयार की। इस पुलिस पार्टी में उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह, वीरेंद्र कुमार, सिपाही प्रदीप, साइबर थाना के सहायक उप निरीक्षक अमित कुमार, संजय कुमार, राजेश कुमार, मुख्य सिपाही नवीन, सिपाही कविदर और सिपाही जितेंद्र को शामिल किया गया।

पुलिस पार्टी स्पेज प्लाजो के गेट पर पहुंची तो वहां सिक्योरिटी सुपरवाइजर नरेंद्र शर्मा और संजय मिले। उन दोनों को साथ लेकर पुलिस पार्टी ने छापेमारी की। 11वीं मंजिल पर ताला लगा मिला जबकि दसवीं मंजिल पर फर्जी काल सेंटर चलता पाया गया। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि यह फ्लोर हंसराज, मोनू और सचिन ने किराए पर ले रखा है। 200 कंप्यूटर और लैपटाप लगे थे फर्जी काल सेंटर में

पुलिस के छापे में फर्जी काल सेंटर में 200 कंप्यूटर लगे मिले। कंप्यूटर के साथ एक लैपटाप भी लगाया गया था। मौके पर छह कंप्यूटर व लैपटाप चालू थे। साइबर टीम ने कंप्यूटर को चालू किया तो उनके मानीटर की स्क्रीन पर स्क्रिप्ट में कनाडा और आस्ट्रेलिया के नागरिकों के एसएसएन नंबर और ड्रग पेडलर के नाम की स्क्रिप्ट मिली। इमारत किराए पर लेने वाले हंसराज को पुलिस ने फोन पर बुलाया। उसने 10 मिनट में आने के लिए कहा, पर काफी देर इंतजार के बाद भी वह नहीं आया। सोशल सिक्योरिटी नंबर ब्लाक होने की बात कह बनाते थे शिकार

फर्जी काल सेंटर में लगे कंप्यूटरों को चेक किया तो उसमें विदेशी नागरिकों को काल करने के लिए आइबीम, एक्स लाइट, डायलर साफ्टवेयर इंस्टाल पाए गए। इन साफ्टवेयर के माध्यम से वे कनाडा और आस्ट्रेलिया के नागरिकों को काल करते थे। उन लोगों को सोशल सिक्योरिटी नंबर ब्लाक होने और ड्रग पेडलर की बात कहकर पुलिस का डर दिखाते थे। जब कोई विदेशी नागरिक उनके झांसे में आ जाता तो उसके पास वायस मैसेज भेज कर उन्हें गिफ्ट कार्ड खरीदने को कहते थे। उसके बाद उनके कार्ड नंबर पूछकर पैसे ठगते थे। बादशाहपुर पुलिस ने तीनों आरोपितों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। इस पूरे मामले की जांच साइबर थाना को सौंप दी गई है। जिले में इस साल पकड़े गए फर्जी काल सेंटर

- 21 जनवरी : उद्योग विहार इलाके में चल रहे फर्जी काल सेंटर का साइबर क्राइम की टीम ने किया भंडाफोड़

- 11 फरवरी : सरस्वती विहार इलाके में संचालित फर्जी काल सेंटर का साइबर क्राइम थाना पुलिस ने किया भंडाफोड़

- 19 फरवरी : उद्योग विहार इलाके में संचालित फर्जी काल सेंटर का सीएम फ्लाइंग स्क्वाड ने किया भंडाफोड़

- पांच मार्च : सेक्टर 50 इलाके में साइबर क्राइम थाना पुलिस की टीम ने किया फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़

- आठ मार्च : उद्योग विहार थाने की टीम ने अपने इलाके में ही चल रहे फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ किया

- 13 अप्रैल : सीएम फ्लाइंग स्क्वाड ने पालम विहार इलाके में फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ किया

- तीन जून : साइबर क्राइम थाने की टीम ने सेक्टर-65 इलाके में किया फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़

- पांच जून : साइबर क्राइम थाना पुलिस ने पालम विहार इलाके में किया फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़

- 25 जून : उद्योग विहार इलाके में साइबर क्राइम की टीम ने किया काल सेंटर का भंडाफोड़

- 29 जून : सेक्टर-48 इलाके में चल रहे फर्जी काल सेंटर का साइबर क्राइम की टीम ने किया भंडाफोड़


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.