आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए शहर में कार्यालय की शुरुआत
दिल्ली से अलवर तक बनने वाले दिल्ली एसएनबी आरआरटीएस कॉरिडोर का काम शुरू करने के लिए सेक्टर 15 में कार्यालय बनाया गया है। हवन पूजन कर सेक्टर 15 स्थित जेएमडी में इस कार्यालय की विधिवत शुरुआत की गई है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: दिल्ली से अलवर तक बनने वाले दिल्ली एसएनबी आरआरटीएस कॉरिडोर का काम शुरू करने के लिए सेक्टर 15 में कार्यालय बनाया गया है। हवन पूजन कर सेक्टर-15 स्थित जेएमडी में इस कार्यालय की विधिवत शुरुआत की गई है। 106 किलोमीटर लंबे इस पूरे प्रोजेक्ट की देखरेख इस कार्यालय से होगी।
दिल्ली से गुरुग्राम होते हुए शाहजहांपुर, नीमराणा, बहरोड़ तक बनने वाले इस आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कॉरिडोर का निर्माण से पहले का सर्वे आदि का काम शुरू हो चुका है। जून में पाइलिग का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस कॉरिडोर के पहले चरण का काम दिल्ली से बहरोड़ तक होगा। इसकी देखरेख गुरुग्राम स्थित प्रोजेक्ट ऑफिस से होगी।
गुरुग्राम कार्यालय में चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ उनकी पूरी टीम रहेगी। इस कॉरिडोर का निर्माण होने के बाद दिल्ली से बहरोड़ तक 106 किलोमीटर की दूरी मात्र 70 मिनट में तय हो सकेगी। यह कॉरिडोर गुरुग्राम, रेवाड़ी, नीमराणा व बहरोड़ के औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने के साथ ही दिल्ली एयरपोर्ट को भी इन औद्योगिक क्षेत्रों से जोड़ेगा।
प्रथम चरण के कॉरिडोर में होंगे 16 स्टेशन
आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रथम चरण का काम दिल्ली के सराय काले खां से राजस्थान के बहरोड़ तक होगा। इस प्रोजेक्ट में 16 स्टेशन होंगे, जिसमें पांच स्टेशन भूमिगत व 11 एलिवेटेड होंगे। भूमिगत स्टेशनों में दिल्ली के जोरबाग, मुनिरका व एयरोसिटी होंगे, जबकि हरियाणा के खेड़की दौला व मानेसर स्टेशन भूमि के नीचे बनाए जाएंगे। सराय काले खां का स्टेशन एलिवेटेड होगा। इसके साथ ही गुरुग्राम के सेक्टर-17, उद्योग विहार, राजीव चौक एलिवेटेड स्टेशन होंगे। रेवाड़ी जिला के धारूहेड़ा, एमबीआइआर, रेवाड़ी व बावल एलिवेटेड स्टेशन होंगे। राजस्थान के शाहजहांपुर, नीमराणा व बहरोड़ स्टेशन भी एलिवेटेड होंगे। प्रोजेक्ट का दूसरा चरण बहरोड़ से अलवर तक होगा। इसमें चार स्टेशन शाहजहांपुर, नीमराणा, बहरोड़ व सोतानाला होंगे।