ओडीएफ प्लस प्लस की दौड़ में शहर
स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले साल शुरू किया गया ओडीएफ प्लस प्लस सर्वे इस बार भी किया गया है। जनवरी में इसका परिणाम आने की उम्मीद है। पिछली बार गुरुग्राम ओडीएफ प्लस प्लस शहर घोषित किया गया था।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले साल शुरू किया गया ओडीएफ प्लस-प्लस सर्वे इस बार भी किया गया है। जनवरी में इसका परिणाम आने की उम्मीद है। पिछली बार गुरुग्राम ओडीएफ प्लस प्लस शहर घोषित किया गया था। शहरों में स्वच्छता के प्रति लोगों को और ज्यादा जागरूक करने एवं निकायों को प्रोत्साहित करने के लिए ओडीएफ (खुले में शौचमुक्त) प्लस और ओडीएफ प्लस-प्लस फॉर्मूला लागू किया गया है। नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक शहर में 119 पब्लिक व कम्यूनिटी टायलेट हैं, जिनका बेहतर तरीके से रखरखाव किया जा रहा है।
-- ओडीएफ प्लस प्लस के लिए यह हैं शर्तें
- शौचालयों में साबुन, नैपकिन जैसी सुविधाएं होनी चाहिए। ऐसे कम से कम 25 फीसद शौचालय होने जरूरी हैं।
- शहर के सभी घरों के टॉयलेट, पब्लिक व कम्यूनिटी टॉयलेट सीवर लाइन या सेप्टिक टैंक से जुड़े होने चाहिए।
- सेप्टिक टैंक की सफाई करने वालों को निकायों से लाइसेंस लेना जरूरी।
- किसी भी टॉयलेट से ओपन डिस्चार्ज नहीं होना चाहिए।
-सीवर लाइनों की लीकेज या खराबी को छह घंटे में ठीक करना होगा।
- सीवर के वेस्ट को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर शोधित करना होगा।
-जिन शहरों में सीवर लाइन नहीं है, वहां पर वेस्ट को बिना
शोधित किए खुले में नहीं डाल सकते।
- ओडीएफ प्लस प्लस का सर्वे हो चुका है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी बेहतर परिणाम की उम्मीद है।
इंद्रजीत कुल्हड़िया, संयुक्त आयुक्त नगर निगम गुरुग्राम।