दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर नई रेल लाइन को लेकर सर्वे शुरू
-डेढ़ माह में इस सर्वे की रिपोर्ट कंसल्टेंट एजेंसी द्वारा एचआरआइडीसी को सौंप दी जाएगी -पैसेंजर से लेकर कॉमर्शियल ²ष्टि से यह रूट कितना संभावनाशील, इसका लगाया जा रहा है पता यशलोक ¨सह, गुरुग्राम : प्रस्तावित दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर नई रेल लाइन को लेकर सर्वे शुरू हो चुका है। सर्वे एजेंसी द्वारा इस बात का पता लगाया जा रहा है कि यह रेलवे लाइन यात्रियों की उपलब्धता और कॉमर्शियल ²ष्टि से कितनी संभावनाशील है।
यशलोक ¨सह, गुरुग्राम :
प्रस्तावित दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर नई रेल लाइन को लेकर सर्वे कार्य शुरू हो चुका है। सर्वे से एजेंसी द्वारा इस बात का पता लगाया जा रहा है कि यह रेलवे लाइन यात्रियों की उपलब्धता और कॉमर्शियल दृष्टि से कितनी संभावनाशील होगी। सर्वे करीब डेढ़ माह में पूरा होगा। इसकी रिपोर्ट सर्वे एजेंसी द्वारा हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एचआरआइडीसी) को सौंप दी जाएगी। इसी के बाद इसके निर्माण को लेकर अंतिम रूप से निर्णय लेने की प्रक्रिया शुरू होगी।
प्रदेश में प्रस्तावित छह रेलवे लाइन को लेकर इस समय अध्ययन का कार्य चल रहा है। इसमें दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर लाइन का भी नाम है। इस रेल लाइन की फिजिबिल्टी (व्यवहार्यता) से संबंधित अध्ययन की जिम्मेदारी रेलवे द्वारा पुणे की स्ट्रेटजिक हब एजेंसी को दिया गया है। इसकी ओर से सर्वे का कार्य गुरुग्राम की ट्रांस एज कंस्ट¨लग फर्म से कराया जा रहा है। ट्रांस एज कस¨ल्टग के अधिकारी अनूप गुप्ता का कहना है कि यात्रियों और माल ढुलाई से संबंधित काफी आंकड़े जुटाए जा चुके हैं। यह रेलवे रूट राजस्व की ²ष्टि से फायदेमंद होगा। इसके लिए आम आदमी, विभिन्न संस्थाओं, संगठनों, उद्यमियों और कारोबारियों से जानकारी एकत्र की जा रही है।
कंसल्टिंग फर्म के अधिकारी गुप्ता का कहना है कि दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर नई रेल लाइन का रूट करीब 110 किलोमीटर का है। इस रूट पर कितने स्टेशन बनेंगे, कितने हॉल्ट होंगे व कार्गो के बारे में सर्वे द्वारा जानने का प्रयास किया जा रहा है। स्टेशनों की स्थिति पूरी तरह से तब ज्ञात हो पाएगी, जब इसके अलाइनमेंट (संरेखण) का कार्य पूरा हो जाएगा। विशेषज्ञों की टीम बराबर इस काम में लगी हुई है। उनका कहना है कि सोहना, नूंह और फिरोजपुर झिरका में यात्री स्टेशन तो बनेंगे ही। दिल्ली-सोहना-नूंह-फिरोजपुर झिरका-अलवर नई रेल लाइन को लेकर सर्वे कार्य शुरू होने से इस क्षेत्र में रेल परिचालन की संभावना बनती दिख रही है। इससे सिर्फ आम आदमी को ही नहीं उद्योग जगत को भी काफी लाभ होगा। औद्योगिक माल ढुलाई काफी सुविधाजनक हो जाएगी। इससे रोजगार में भी इजाफा होगा। सड़कों से वाहनों की भीड़ कम हो जाएगी व वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी। नूंह जिले का पिछड़ापन को मिटाने में भी मदद मिलेगी।
एसके आहूजा, महासचिव गुड़गांव चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री