नए कॉलेजों में नहीं हैं पर्याप्त प्राध्यापक
जिले में इस सत्र से खुलने वाले नए राजकीय कॉलेज संसाधनों के अभाव में चल रहे हैं। इन नए कॉलेजों की अभी तक न तो इमारत तैयार हुई है और न ही यहां पर पर्याप्त प्राध्यापक हैं। इन कॉलेजों में जिले के पुराने राजकीय कॉलेजों से डेपुटेशन पर प्राध्यापक भेजे गए हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले में इस सत्र से खुलने वाले नए राजकीय कॉलेज संसाधनों के अभाव में चल रहे हैं। इन नए कॉलेजों की अभी तक न तो इमारत तैयार हुई है और न ही यहां पर पर्याप्त प्राध्यापक हैं। इन कॉलेजों में जिले के पुराने राजकीय कॉलेजों से डेपुटेशन पर प्राध्यापक भेजे गए हैं। फरुखनगर स्थित राजकीय महाविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे विनय सिंह ने बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में डेपुटेशन लिस्ट जारी हुई थी। इसमें जिले के पुराने कॉलेजों से ही नए कॉलेजों में डेपुटेशन पर प्राध्यापक भेजे गए हैं। कोई प्राध्यापक स्थायी नहीं है। कॉमर्स व आर्ट्स कोर्सों में प्राध्यापक पर्याप्त नहीं हैं। वे स्वयं सुबह के समय फरुखनगर कॉलेज में अंग्रेजी विषय की कक्षाएं ले रहे हैं। बिना प्राध्यापकों के कक्षाएं लगाना मुश्किल है। विधानसभा चुनाव के कारण अभी नए प्राध्यापकों की नियुक्ति भी नहीं की जा सकती है।
रिठौज स्थित राजकीय महाविद्यालय में पर्याप्त प्राध्यापकों का अभाव है। कॉलेज की प्राध्यापक रेणु शर्मा ने बताया कि यहां पर आर्ट्स कोर्स के कई विषय ऐसे हैं जिनमें अभी तक प्राध्यापक नहीं मिले हैं। कॉलेज शुरू हुए एक सत्र पूरा हो चुका है लेकिन अभी तक कुछ ही स्थायी प्राध्यापक मिल पाए हैं। कॉलेज की इमारत भी तैयार नहीं हो पाई है। बता दें कि जिले के नए खुले राजकीय कॉलेजों की इमारतें अभी तक निर्माणाधीन हैं। ऐसे में कॉलेज पास के सरकारी स्कूल में चलाया जा रहा है।