पुलिस आयुक्त के दरबार में पहुंचा चाचा-भतीजा का मामला, पीड़ित पक्ष ने की अधिकारियों की शिकायत
राम सिंह का कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई की जाती तो उनके छोटे बेटे व उसकी पत्नी के ऊपर जानलेवा हमला नहीं किया जाता।
गुरुग्राम, आदित्य राज। गांव मोकलवास निवासी रमेशचंद्र एवं उनकी पत्नी संजू देवी के ऊपर जानलेवा हमला किए जाने का मामला सोमवार को पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकील के दरबार में पहुंच गया। न केवल भतीजे राहुल व उसके दोस्तों के ऊपर हमला करने का आरोप लगाया गया है बल्कि जांच अधिकारी से लेकर कई पुलिस अधिकारियों के ऊपर समय पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया गया है। शिकायतें सुनने के बाद पुलिस आयुक्त ने क्राइम ब्रांच के पास मामले को भेजने का आश्वासन दिया है।
शिकायत के मुताबिक इसी महीने छह जून की सुबह रमेशचंद्र एवं उनकी पत्नी संजू देवी के ऊपर रमेशचंद्र के बड़े भाई के बेटे राहुल एवं उसके दोस्तों ने जानलेवा हमला किया था। डराने के लिए हवा में फायरिंग भी की थी। दोनों का इलाज मेदांता में चल रहा है। बताया जाता है कि दोनों के शरीर पर इतने चोट हैं कि वे अब पहले की तरह जीवन नहीं जी सकते। पुलिस आयुक्त को शिकायत देने भी रमेशचंद्र के पिता व सेवानिवृत्त कमांडेंट राम सिंह पहुंचे। उनके साथ आसपास के कई गांवों के सरपंच व अन्य मौजिज लोग थे।
राम सिंह ने बताया कि उनके दो बेटे हैं। बड़ा सुरेशचंद्र व छोटा रमेशचंद्र। सुरेशचंद्र के दो बेटे हैं। दोनों रमेशचंद्र की संपत्ति हड़पना चाहते हैं। साजिश में उनका बड़ा बेटा भी शामिल है। छह जून की सुबह सुरेशचंद्र के बेटे राहुल व उसके दोस्तों ने रमेशचंद्र व उसकी पत्नी के ऊपर हमला किया था। इससे पहले 16 मार्च को मुर्गी फार्म को तोड़ दिया था। फिर चार अप्रैल को भी घर में घुसकर हमला किया।
इस बारे में इलाके के थाना प्रभारी, सहायक पुलिस आयुक्त से लेकर पुलिस उपायुक्त तक को शिकायत करने के बाद भी आरोपितों के खिलाफ नहीं की गई। उन्होंने जांच अधिकारी पर आरोपितों से मिलीभगत करने तक का आरोप लगाया है। राम सिंह का कहना है कि यदि समय पर कार्रवाई की जाती तो उनके छोटे बेटे व उसकी पत्नी के ऊपर जानलेवा हमला नहीं किया जाता। आरोपितों में से कुछ के खिलाफ कई-कई मामले दर्ज हैं। इसके बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उम्मीद है पुलिस आयुक्त के दरबार में शिकायत देने के बाद न्याय होगा।