लाइफस्टाइल : कड़ाके की ठंड में वर्चुअल फिटनेस का सहारा
वर्चुअल जिमिंग असल में ऑनलाइन होती है। देश-विदेश के प्रशिक्षकों ने अपने एप या फिर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से लोगों को अपने साथ जोड़ना शुरू किया है।
गुरुग्राम [प्रियंका दुबे मेहता]। फिटनेस को लेकर आई जागरूकता में लोग जरा भी ढिलाई नहीं बरतना चाहते लेकिन मौसम के बदलते सर्द मिजाज में फिट रहना बहुत मुश्किल हो रहा है। ऐसे में लोग अब न तो सुबह जल्दी उठ पा रहे हैं और न ही पार्कों या जिम में सैर या कसरत कर पा रहे हैं।
इस समस्या से निदान के लिए अब फिटनेस एक्सपर्ट व ट्रेनर वर्चुअल इनडोर जिमिंग का कॉन्सेप्ट निकाल रहे हैं। इस नए ट्रेंड को लोग खूब सराह रहे हैं।
बढ़ रही वर्चुअल जिमिंग की दीवानगी
एक आइटी कंपनी में कार्यरत नीता साहनी बताती हैं कि पहले सुबह छह बजे उठकर जिम जाती थीं, लेकिन अब न तो समय पर उठा जा रहा है और न ही घर से बाहर निकलने का मौसम है। ऐसे में उन्होंने सोशल मीडिया पर वचरुअल जिमिंग को ट्रेंड करते देखा। उन्होंने अपने दोस्तों के साथ इस कॉन्सेप्ट को अपनाया और अब घर में ही जिमिंग कर लेती हैं।
बॉडी टाइप के अनुसार प्रशिक्षण जरूरी
ऑनलाइन जिमिंग में ध्यान रखने वाली बात यह होती है कि किसी भी वीडियो को देखकर कसरत शुरू कर देना खतरनाक है। अच्छे वचरुअल ट्रेनर लोगों के बॉडी के वाइटल्स (बीपी, हार्ट, डाइबिटीज आदि) की जांच करके उन्हें उसी के अनुसार कसरत करवाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर व्यक्ति खुद ही यू-ट्यूब के वीडियो देखकर एक्सरसाइज करेगा तो उसे पता नहीं चलेगा कि उसके लिए क्या सही है और क्या गलत। ऐसे में सलाह है कि विशेषज्ञ से राय लेकर वचरुअल जिमिंग की जाए।
क्या है वर्चुअल जिमिंग
वर्चुअल जिमिंग असल में ऑनलाइन होती है। देश-विदेश के प्रशिक्षकों ने अपने एप या फिर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से लोगों को अपने साथ जोड़ना शुरू किया है। ऐसे में लोग अपने घर में ही अपने मोबाइल या लैपटॉप के जरिए योगा से लेकर स्पोट्र्स जिमिंग का न केवल प्रशिक्षण लेते हैं बल्कि वीडियो या फिर ऑनलाइन क्लास के साथ जुड़कर कसरत करते हैं। कई जिम ट्रेनर व सेंटर तय समय पर लाइव एक्सरसाइज करवाते हैं तो कुछ लोग रिकॉर्डिग के माध्यम से लोगों को फिटनेस टिप्स देते हैं।
योग एवं फिटनेस एक्सपर्ट सुजाता ने बताया कि ठंड के इस मौसम में वर्चुअल जिमिंग का क्रेज बढ़ रहा है। ऐसे में प्रशिक्षक बड़े वर्ग तक पहुंच पाते हैं और लोगों को भी घर बैठे प्रशिक्षण मिल जाता है। हालांकि इसमें ध्यान रखने की जरूरत होती है कि किस तरह के प्रशिक्षक को चुन रहे हैं। इसके अलावा बिना अपने शरीर के वाइटल्स जाने इस तरह के व्यायाम कई बार खतरनाक भी साबित होते हैं।
योग एक्सपर्ट शालिनी ने बताया कि वैसे तो हम सलाह देते हैं कि बिना किसी प्रशिक्षक के योग या प्राणायाम तब तक न करें, जब तक आप उसमें निपुण न हो जाएं। ठंड के एक दो महीने अगर इसे अपनाना चाहते हैं तो इसके लिए बाकायदा टिप्स दिए जाते हैं। कई लोग अपने वीडियो आदि से लोगों को वचरुअल योग और कसरत करवा रहे हैं।