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इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी की तैयारियां पूरी, शनिवार शाम को होगी रॉक बैंड की प्रस्तुति Gurugram News

शनिवार की शाम इस्कॉन मंदिर में रॉक बैंड की धुन पर भगवान कृष्ण के भजन पर आधारित संगीतमय कार्यक्रम होगा।

By Edited By: Published: Fri, 23 Aug 2019 07:21 PM (IST)Updated: Fri, 23 Aug 2019 10:42 PM (IST)
इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी की तैयारियां पूरी, शनिवार शाम को होगी रॉक बैंड की प्रस्तुति Gurugram News

गुरुग्राम [पूनम]। शनिवार की शाम इस्कॉन मंदिर में रॉक बैंड की धुन पर हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे-हरे का संगीतमय कार्यक्रम होगा। रॉक बैंड द्वारा परंपरागत हरे कृष्ण भजन की अलग-अलग अंदाज में प्रस्तुति भक्तों को खूब सुहाती है। खास तौर पर युवा भक्त श्रीकृष्ण के इस संगीतामृत से खिंचे चले आते हैं। इस्कॉन में हरि नाम को रॉक बैंड से जोड़ा गया है।

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रॉक बैंड में एक ओर पाश्चात्य वाद्य यंत्रों सिंथेसाइजर, गिटार, ड्रम का संगीत होता है तो साथ ही परंपरागत मृदंग, बांसुरी जैसे उपकरण भी प्रयोग में लाए जाते हैं। लोग हरि धुन के रॉक बैंड की प्रस्तुतियों के लिए वैसे ही उमड़ पड़ते हैं जैसे किसी देशी विदेशी हिट बैंड के कार्यक्रम में आते हैं। इस्कॉन के एक रॉक बैंड माधवा ने इंडियाज गॉट टैलेंट में पुरस्कार पाया था।

गुरुग्राम के इस्कॉन की रथयात्रा के दौरान सड़कों पर इस रॉक बैंड की प्रस्तुति को खूब पसंद किया गया। सड़कों के किनारे खड़े लोग संगीत और हरिनाम से साथ नाचने लगते हैं। मुंबई आधारित इस बैंड की प्रस्तुति इस बार दिल्ली में द्वारका इस्कॉन में हो रही है। गुरुग्राम इस्कॉन में पिछले पांच साल से करुणा सिंधु रॉक बैंड के माध्यम से हरि नाम की प्रस्तुति देने वाली मणि करुणा देवी दासी बताती हैं कि हरि नाम को युवाओं से जोड़ने के लिए इस्कॉन ने रॉक बैंड का सहारा लिया है।

हरि नाम चाहे किसी भी रूप में लिया जाए, वह शांति, सुकून और आनंद देता है। रॉक बैंड की विविध प्रस्तुतियों ने हरि नाम के साथ युवाओं को बांध दिया है। आज की नयी पीढ़ी वेस्टर्न म्यूजिक ज्यादा पसंद करती है, इस बात को ध्यान में रखकर इस्कॉन के हरि बोल के संगीत में रॉक बैंड के साथ परंपरागत वाद्य यंत्रों को भी रखा गया है। चैतन्य महाप्रभु के कृष्ण भजनों से हरि नाम का रॉक इस तरह जुड़ जाता है।

करुणा के बैंड का नाम करुणा सिंधु बैंड है, जिसमें उनके पति रामेश्वर गिरिधारी दास और 12 वर्षीय पुत्री राधिका केसरी भी शामिल हैं। राधिका के गाए वैष्णव भजनों के कई यू ट्यूब वीडियो हैं, जो काफी पसंद किए जाते हैं। शादियों में भी बुलाते हैं हरिधुन के रॉक बैंड को करुणा बताती है कि केवल भजन कीर्तन नहीं बल्कि हमारे बैंड को शादियों में भी खूब बुलाया जाता है।

हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे के कई अंदाज में गायन और संगीत के साथ लोग खूब नाचते हैं। हम लोगों ने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत सीखा है तो पाश्चात्य संगीत भी नया नहीं लगता। संगीत की दुनिया देश और काल की सीमा से ऊपर है। यह उम्र की सीमा से भी परे है। हरिधुन चाहे रॉक में गाया जाए या शास्त्रीय धुन या लोक संगीत के साथ उद्देश्य एक ही है हरि के साथ जुड़ाव।

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