Gurugram Murder Case: सुखबीर खटाना हत्याकांड के मुख्य आरोपित ने एसटीएफ के सामने किया सरेंडर
Gurugram Murder Case इसके बाद पपला राजस्थान के बहरोड़ से गिरफ्तार कर लिया गया था। थाने पर गोलीबारी कर पुलिस की गिरफ्त से पपला को छुड़ाने वालों में चमन भी शामिल था। अपने बहनोई की हत्या की साजिश भी गैंगस्टर पपला ने अपने साथियों के साथ मिलकर रची थी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर परिषद सोहना के वाइस चेयरमैन रहे भाजपा नेता सुखबीर खटाना हत्याकांड के मुख्य आरोपित चमन उर्फ पवन ने एसटीएफ की गुरुग्राम टीम के सामने बृहस्पतिवार रात सरेंडर कर दिया। मुख्य आरोपित मृतक का साला है। मामले में अब तक दो आरोपित गिरफ्त में आ चुके हैं। मुख्य आरोपित ने चार साथियों के साथ वारदात को अंजाम दिया था।
प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक वर्ष 2008 में सुखबीर खटाना ने चमन की बहन पुष्पा से प्रेम विवाह किया था। इस वजह से वह सुखबीर से रंजिश रखता था। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की गुरुग्राम टीम के प्रभारी सबइंस्पेक्टर रामनिवास के नेतृत्व में हत्याकांड के मुख्य आरोपित सहित अन्य आरोपितों की तलाश की में छिपने के संभावित ठिकानों छापेमारी की जा रही है।
इसका परिणाम यह निकला कि बृहस्पतिवार रात मुख्य आरोपित ने सरेंडर कर दिया। एसटीएफ गुरुग्राम के पुलिस अधीक्षक जयबीर सिंह राठी ने बताया कि टीम ने आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर पूरी ताकत झोंक रखी है। राठी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए मुख्य आरोपित चमन वर्ष 2010-11 के दौरान कुख्यात गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला के संपर्क में आया था।
इसके बाद से वह पपला के गैंग के लिए काम करने लगा था। उसने पपला के विरोधी गैंगस्टर सुरेंद्र उर्फ चीकू को मारने की साजिश वर्ष 2015 के दौरान रची थी। इसके बाद पपला राजस्थान के बहरोड़ से गिरफ्तार कर लिया गया था। थाने पर गोलीबारी कर पुलिस की गिरफ्त से पपला को छुड़ाने वालों में चमन भी शामिल था। अपने बहनोई की हत्या की साजिश भी गैंगस्टर पपला ने अपने साथियों के साथ मिलकर रची थी।
10 से अधिक बार रेकी कराई थी। इसके बाद एक सितंबर को राहुल, अंकुल, दीपक और योगेश के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। दिनदहाड़े दिया था वारदात को अंजाम एक सितंबर की दोपहर गांव रिठौज के रहने वाले 47 वर्षीय सुखबीर खटाना उर्फ सुक्की को सदर बाजार के नजदीक गुरुद्वारा रोड पर रेमंड्स के शोरूम में पांच हथियारबंद बदमाशों ने गोलियों से भून डाला था।
वारदात को अंजाम देने के बाद सभी पैदल ही सिविल लाइन इलाके की तरफ फरार हो गए थे। उन्हें 15 गोलियां मारी गई थीं। पोस्टमार्टम के दौरान चार गोलियां शरीर से निकाली गई थीं। अन्य गोलियां आर-पार हो गई थीं। गोलियां सिर, गले और पेट में नजदीक से मारी गई थीं।
चमन पर दर्ज बड़े मामले
- वर्ष 2011 में लड़ाई-झगड़े का बादशाहपुर थाने में मामला दर्ज
- वर्ष 2015 के दौरान महेंद्रगढ़ जिले में हत्या का मामला दर्ज
- वर्ष 2016 में अवैध हथियार रखने का मामला सोहना थाने में दर्ज-
- वर्ष 2019 के दौरान गैंगस्टर सुरेंद्र को मारने की साजिश रचने का मामला दर्ज
- एक सितंबर 2022 को गुरुग्राम के सिविल लाइन थाने में हत्या का मामला दर्ज