महिला सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया बना बेहतर माध्यम
महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने में सोशल मीडिया भी काफी कारगर साबित हो रहा है। फेसबुक इंस्टाग्राम सहित कई सोशल साइट के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।
गुरुग्राम [आदित्य राज]। महिला सुरक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करने में सोशल मीडिया भी काफी कारगर साबित हो रहा है। फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित कई सोशल साइट के माध्यम से महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। कुछ महिला विशेषज्ञ तो प्रतिदिन सोशल साइट पर कुछ न कुछ सुरक्षा के टिप्स डालती हैं। इसके अलावा वे स्कूलों एवं कॉलेजों से लेकर कॉरपोरेट हाउसों में भी वर्कशॉप के माध्यम से महिलाओं को जागरूक कर रही हैं। दिल्ली के निर्भया कांड के बाद से महिलाओं की सुरक्षा के ऊपर कई स्तर पर प्रयास तेजी से किए जा रहे हैं। जहां गुरुग्राम पुलिस अपनी दुर्गा शक्ति टीम के माध्यम से महिलाओं को जागरूक कर रही है वहीं कुछ महिलाएं सोशल मीडिया से लेकर वर्कशॉप के माध्यम से जागरूक कर रही हैं।
इन्हीं महिलाओं में से एक हैं वेस (वूमेन इंपावरमेंट सेफ्टी एंड सिक्योरिटी फाउंडेशन) नामक एनजीओ की संस्थापक वीणा गुप्ता। इनकी पहचान महिला सुरक्षा विशेषज्ञ के रूप में है। यह फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित कई सोशल साइट के माध्यम से प्रतिदिन महिलाओं को कुछ न कुछ सुरक्षा के टिप्स देती रहती हैं। माई सिक्योरिटी माई रिस्पांसबिलिटीज एप के साथ ही नेट पर कई पेज के माध्यम से महिलाओं में जागरूकता पैदा कर रही हैं। वे कहती हैं कि उनसे हजारों महिलाएं जुड़ी हैं। काफी महिलाएं फोन, फेसबुक या अन्य माध्यम से उनसे सुरक्षा के बारे में जानकारी हासिल करती रहती हैं।
यही नहीं वह समय-समय पर स्कूलों, कॉलेजों से लेकर विभिन्न कंपनियों में वर्कशॉप का आयोजन करती हैं ताकि व्यवहारिक रूप से भी महिलाओं को जानकारी दी जा सके। उनका मानना है कि जब तक महिलाएं स्वयं अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक नहीं होंगी तब तक समस्या जड़ से खत्म नहीं होगी। जहां तक प्रशासन एवं समाज का है तो दोनों को भी ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। समाज केवल बेटियों से सवाल न करें बल्कि बेटों से भी सवाल करना शुरू कर दे। आधी समस्या इसी से दूर हो जाएगी। जहां तक प्रशासन का सवाल है तो जिस समय जहां से शिकायत मिलती है उसी समय एक्शन ले। माहौल को बेहतर बनाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे।
मार्शल आर्ट की बेसिक जानकारी आवश्यक सुरक्षा विशेषज्ञ वीणा गुप्ता का मानना है कि सभी महिलाओं को मार्शल आर्ट की बेसिक जानकारी होनी चाहिए। सरकार सभी स्कूलों एवं कॉलेजों में मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण अनिवार्य कर दे। अधिकतर महिलाओं को यही नहीं पता कि वे अपनी सुरक्षा कैसे करें? सोशल मीडिया व वर्कशॉप के माध्यम से शहरी क्षेत्रों में रहने वाली कुछ महिलाओं को जागरूक करना काफी नहीं है। इसके लिए देश के सभी स्कूल व कॉलेज में मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण शुरू करना होगा।
सोशल मीडिया के माध्यम दिए जा रहे सुरक्षा के टिप्स
- कार को अपने गंतव्य के करीब जितना संभव हो उतना पार्क करें।
- चारों ओर देखें और सतर्क रहें, दूर से कार का लॉक न खोलें।
- कार के पास आते-जाते समय ईयरफोन या फोन पर बात न करें।
- कार की चाबी तैयार रखें और अंधेरे में इसे खोजने से बचें।
- जब आप अंदर हों तो अपनी कार के दरवाजे बंद कर दें।
- कार को सीसीटीवी के पास और बाहर निकलने के लिए पास रखें।
- ड्राइवर को किसी भी अज्ञात यात्री को बैठाने की अनुमति न दें।
- ड्राइवर के बगल में बैठने से बचें।
- ड्राइवर के साथ व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा न करें।
- आपातकालीन नंबरों को संभाल कर रखना चाहिए।
- यदि किसी के साथ अकेले हों तो अपनी पीठ को व्यक्ति की तरफ न करें।
- फोन को इस्तेमाल करने के लिए संभाल कर रखें।
- किसी ऐसे व्यक्ति के पेय को स्वीकार न करें जिसपर आपको भरोसा नहीं।
- कहीं फंसने पर पहले हरसंभव बाहर निकलने का प्रयास करें।
- यदि आसपास लोग दिखाई दे तो शोर मचाने का प्रयास करें।
- हैंडबैग में चिल्ली स्प्रे साथ रखें, जैसे ही कोई परेशान करे उसकी आंख में स्प्रे कर दें।