बेटे ने कहा- पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के सपनों को साकार कर रही है प्रदेश सरकार
प्रदेश सरकार व वन विभाग ने चंद्रशेखर के नाम पर चंद्रशेखर स्मृति वन विकसित करके उनके सपनों को साकार किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल बधाई के पात्र हैं।
गुरुग्राम (महावीर यादव)। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर ने इच्छा जाहिर की है कि भोंडसी के भारत यात्रा केंद्र में चंद्रशेखर के नाम पर प्रदेश सरकार मेडिकल कॉलेज का निर्माण करे। इससे क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा। चंद्रशेखर ने लोगों की भलाई के लिए ही भारत यात्रा केंद्र का निर्माण किया था।
प्रदेश सरकार व वन विभाग ने चंद्रशेखर के नाम पर चंद्रशेखर स्मृति वन विकसित करके उनके सपनों को साकार किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल व वन विभाग के सभी अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
नीरज शेखर शनिवार को चंद्रशेखर की पुण्यतिथि पर भोंडसी के भारत यात्रा केंद्र में उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित करने के बाद दैनिक जागरण से बातचीत की।
नीरज शेखर ने कहा कि आज देश में शिक्षा और चिकित्सा दोनों ही गंभीर मुद्दे बने हुए हैं। आज पानी की सभी चिंता कर रहे हैं। कई क्षेत्रों में पीने के पानी के लाले पड़ रहे हैं। चंद्रशेखर ने आज से पैंतीस साल पहले इन सभी विषयों के लिए सोचना शुरू किया था, लेकिन उस समय लोग उनकी बात को गंभीरता से नहीं लेते थे।
इसी सोच को लेकर चंद्रशेखर ने 6 जनवरी 1983 को कन्या कुमारी के विवेकानंद स्मारक से पदयात्रा शुरू की थी। उस समय उनकी सोच थी कि सभी को पीने का शुद्ध जल उपलब्ध हो। देश के सभी लोगों को स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिले।
भोंडसी के भारत यात्रा केंद्र में चंद्रशेखर मेडिकल कॉलेज बनाना चाहते थे, ताकि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सस्ती व बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल पाए। प्रदेश सरकार को इस केंद्र में इस तरह का कॉलेज बनाना चाहिए। वे खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल से इस विषय पर बातचीत करेंगे।
पूरे देश की यात्रा करने के बाद चंद्रशेखर ने देशभर में आठ भारत यात्रा केंद्र विकसित किए थे। केरल के पास अगली में, तमिलनाडू के सेलम में, गुजरात में, पुणे में, बहराइच में, पुर्णिया में व कटनी मध्यप्रदेश में केंद्र चल रहे हैं।
इन केंद्रों में सेलम में फिलहाल आयुर्वेदिक अस्पताल चल रहा है। इसी तरह से बहराइच में इंटर कॉलेज चल रहा है। वहां बच्चों में निशुल्क शिक्षा दी जाती है।
पुणे के भारत यात्रा केंद्र में वहां के डीवाई पाटिल विश्वविद्यालय से बातचीत चल रही है। वहां भी जल्द ही कॉलेज का निर्माण शुरू हो जाएगा। उनकी इच्छा है कि इन सभी केंद्रों में जनहित के लिए कोई प्रोजेक्ट लगा सके और उससे लोगों का भला हो।