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गुरुग्राम: नए मरीज कर रहे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती संक्रमितों के स्वस्थ होने का इंतजार

मरीजों की बढ़ती संख्या और आइसोलेशन सेंटर में बेड संख्या कम होने के कारण मरीजों को भर्ती करने के लिए विभागीय अधिकारियों को सोचना पड़ रहा है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 04:09 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 04:09 PM (IST)
गुरुग्राम:  नए मरीज कर रहे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती संक्रमितों के स्वस्थ होने का इंतजार
गुरुग्राम: नए मरीज कर रहे आइसोलेशन सेंटर में भर्ती संक्रमितों के स्वस्थ होने का इंतजार

गुरुग्राम, अनिल भारद्वाज। दो माह पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना मरीजों की तलाश करती थी और अब हालात यह है कि अब मरीज स्वास्थ्य विभाग की टीम की तलाश करता है ताकि कहीं भर्ती करा दें। मरीजों की बढ़ती संख्या और आइसोलेशन सेंटर में बेड संख्या कम होने के कारण मरीजों को भर्ती करने के लिए विभागीय अधिकारियों को सोचना पड़ रहा है। अगर जल्द स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेशन सेंटर की बेड संख्या नहीं बढ़ाई, तो मुश्किल का सामना करना होगा। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के पास 60 बेड का आइसोलेशन सेंटर मरीजों से भरा हुआ है, जिसमें मरीजों को फ्री इलाज मिलता है।

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हालत यह है कि मरीज इंतजार कर रहे हैं कि कोई मरीज ठीक होकर घर जाए तब वे भर्ती हों। प्राइवेट अस्पतालों में बेड सुविधा है और कुछ नए मरीज भर्ती कराए जा रहे हैं। उन्हें सस्ते दर पर इलाज दिलाने का आश्वासन भी दिया जा रहा है लेकिन कुछ मरीज ऐसे हैं जो पैसे नहीं दे सकते। बहुत ऐसे मरीज हैं जिनके घर से चार या पांच मरीज हैं और वह प्राइवेट में इलाज नहीं करा सकते। उन्हें सरकारी आइसोलेशन सेंटर की जरूरत है। ऐसे मरीजों को घर पर होम क्वारंटाइन होने की सलाह दी जा रही है लेकिन घर पर नियमों की पालना होना मुश्किल ही है और इससे मरीजों की संख्या बढ़ेगी।

जिस तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है, किसी के पास इसका जवाब नहीं है कि सरकारी आइसोलेशन सेंटर की बेड संख्या क्यों नहीं बढ़ पा रही है। सिविल सर्जन डॉक्टर जसवंत सिंह पूनिया का कहना है कि बेड संख्या की जरूरत है और रविवार या सोमवार को सुविधा तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मरीज नहीं है जो भर्ती होना चाह रहा है और उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया हो।

जिला प्रशासन की ओर से देर शाम दावा किया गया कोविड-19 की मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए जिला में पर्याप्त मेडिकल तैयारियां हैं, किसी को इस बारे में घबराने या डरने की जरूरत नहीं है। अस्पतालों तथा सैंपल लेने में जो कमियां थी उन्हें दूर कर दिया गया है, उन सेवाओं को सुचारू बना दिया गया है। गुरुग्राम में काफी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिसका लाभ हमें मिलेगा यह देखने में आया है कि कोविड-19 के अधिकांश मामले एसिंप्टोमेटिक हैं, अर्थात स्पर्शात्मक हैं और ऐसे मामलों में विशेष चिकित्सा की आवश्यकता नहीं होती, इनका घर पर या किसी संस्थान में पीरियोडिक ऑब्जर्वेशन अर्थात समय-समय पर उनके स्वास्थ्य की जांच करनी होती है।

प्रशासन द्वारा इस मामले में विभिन्न पहलुओं से युक्त विस्तृत एसओपी जारी की जाएगी, जिसमें सैंपलिंग, होम आइसोलेशन, अस्पताल में भर्ती, कंटेनमेंट जोन आदि में क्या सावधानियां बरती जानी चाहिए, इसके बारे में बताया जाएगा। कोविड-19 के बारे में हेल्पलाइन नंबर 1950 पर भी जानकारी हासिल की जा सकती है, जो सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे संचालित की जा रही है।


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