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कमरे में मिला नामी अस्पताल में कार्यरत डाॅ. सोनम का शव

मृतका के पिता ने अपने दामाद एवं ससुराल के पक्ष के कई लोगों के ऊपर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 06:47 PM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 06:47 PM (IST)
कमरे में मिला नामी अस्पताल में कार्यरत डाॅ. सोनम का शव
कमरे में मिला नामी अस्पताल में कार्यरत डाॅ. सोनम का शव

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। सेक्टर-43 इलाके में किराये पर रह रहीं शहर के एक नामी निजी अस्पताल में कार्यरत डॉ. सोनम (29) का शव उनके कमरे में सोमवार देर रात मिला। दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला गया। कमरे में बेड पर काफी दवाइयां एवं सिरिंज पड़ी हुई थी। इससे लगता है कि काफी अधिक दवाई लेने की वजह से मौत हुई। वैसे पूरी सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आएगी। इधर, मृतका के पिता ने अपने दामाद एवं ससुराल के पक्ष के कई लोगों के ऊपर मारपीट करने का आरोप लगाया है। शिकायत के आधार पर सुशांत लोक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पति डॉ. शिखर मोर दिल्ली के एम्स में कार्यरत हैं।

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पुलिस को दी शिकायत में राजस्थान के कोटा में महावीर नगर निवासी ओंकार लाल मोटिस ने कहा है कि उन्होंने अपनी बेटी डॉ. सोनम की शादी 11 मई 2018 को कोलकाता निवासी व दिल्ली के एम्स में कार्यरत डॉ. शिखर मोर से की थी। शादी के कुछ समय बाद मालूम हुआ कि डॉ. शिखर गांजे का नशा करते हैं और वह उनकी बेटी को भी नशा करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस बात की पुष्टि तब हुई उनकी बेटी को इसी साल अप्रैल के दौरान एम्स में भर्ती कराया गया। फिर पता चला कि उनकी बेटी के साथ उनके दामाद व उनकी मां मारपीट करते हैं। उस समय उनकी बेटी व दामाद दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन इलाके में रहते थे।

ससुराल वालों के कहने पर जून महीने के दाैरान वह अपनी बेटी को लेकर कोटा चले गए थे। वहां पर भी एक बार उनके दामाद की माता-पिता पहुंचे और उनकी बेटी के साथ मारपीट की। इसके बाद उनकी बेटी दिल्ली जब आई फिर उनके दामाद ने मारपीट की। परेशान होकर फिर वह अपनी बेटी को लेकर कोटा चले गए। वहां पर दुर्घटना की वजह से उनकी बेटी का पांव फैक्चर हो गया था। उसके बाद से उनकी बेटी को ससुराल वालों ने बहिष्कार कर रखा था।

जब सितंबर में उनकी बेटी स्वस्थ होकर एम्स ज्वाइन करने के लिए पहुंची तो उनके दामाद ने स्वीकार नहीं किया। इसके बाद से उनकी बेटी गुरुग्राम के एक नामी अस्पताल में नौकरी ज्वाइन कर सेक्टर-43 में रह रही थी। यह भी बात सामने आ रही कि वह नौकरी छोड़ चुकी थी। सोनन के पिता ने कहा उन्होंने बेटी को कॉल कि तो रिसीव नहीं की गई। जिसके बाद मकान मालिक को कॉल की तो पता चला कि उन्होंने दरवाजा रविवार से ही नहीं खोला है। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे। दरवाजा तोड़कर शव भीतर से निकाला गया। उनकी बेटी की मौत उनके दामाद व ससुराल पक्ष के लोगों की वजह से हुई है। इस बारे में थाना प्रभारी जगबीर सिंह का कहना है कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत की सच्चाई सामने आएगी।


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