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Delhi NCR Rain: गुरुग्राम बना जलग्राम, कई देशों में IT-टेलीकाम सेक्टर में 200 करोड़ रुपये का काम प्रभावित

पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही वर्षा की वजह से अधिकतर कंपनियाें ने वर्क फ्राम होम कर दिया है। इससे मैन पावर का बेहतर उपयोग नहीं हाे पा रहा है। अनुमान के मुताबिक तीन दिनों के दौरान लगभग 200 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो चुका है।

By Aditya RajEdited By: Prateek KumarPublished: Sat, 24 Sep 2022 04:22 PM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2022 04:22 PM (IST)
आइटी, आइटी इनेबल्ड और टेलीकाम सेक्टर में 200 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित

गुरुग्राम [आदित्य राज]। साइबर सिटी के नाम से प्रसिद्ध गुरुग्राम के जलग्राम बनने से अमेरिका सहित कई देशों का कारोबार प्रभावित हुआ है। गुरुग्राम में संचालित दो हजार से अधिक आइटी और आइटी इनेबल्ड कंपनियां अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया सहित कई देशों के लिए काम करती हैं। वर्क फ्राम होम के दौरान 50 प्रतिशत से अधिक एप्लीकेशन पर काम नहीं हो पाता है। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितना कारोबार प्रभावित हुआ है। सबसे बड़ी बात यह है कि जो काम करने माहौल कार्यस्थल पर तैयार होता है वह घर पर नहीं हो सकता।

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आठ हजार से ज्यादा कंपनियां

हरियाणा आइटी, टेलीकाम, आइटी इनेबल्ड इंडस्ट्रीज कांफेडरेशन के प्रेसिडेंट प्रदीप यादव ने दैनिक जागरण ने बातचीत में कहा कि गुरुग्राम में आइटी, टेलीकाम और आइटी इनेबल्ड सेक्टर की आठ हजार से अधिक कंपनियां हैं। हर महीने लगभग दो हजार करोड़ का कारोबार होता है। लगभग दो हजार कंपनियां केवल यूएसए और यूके के लिए काम करती हैं। 300-400 कंपनियां ऐसी हैं जो कई अन्य देशों के लिए काम करती हैं। यही वजह है कि गुरुग्राम में कारोबार प्रभावित होने का असर दुनिया के कई देशों के ऊपर पड़ता है।

तीन दिनों से हो रही है वर्षा

पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही वर्षा की वजह से अधिकतर कंपनियाें ने वर्क फ्राम होम कर दिया है। इससे मैन पावर का बेहतर उपयोग नहीं हाे पा रहा है। अनुमान के मुताबिक तीन दिनों के दौरान लगभग 200 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हो चुका है। वर्क फ्राम होम के दौरान एक बड़ी समस्या यह आती है कि नेट बेहतर तरीके से काम नहीं करता। इससे भी काम काफी प्रभावित होता है। कार्यस्थलों पर जितनी सुविधाएं उपलब्ध हाेती हैं उतनी कर्मचारियों के घरों पर उपलब्ध कराना संभव नहीं।

डाटा चोरी की रहती है आशंका

कार्यस्थलों पर इतनी सिक्याेरिटी रहती है कि काम करने वाले कर्मचारी डाटा चोरी नहीं कर सकते। घरों पर वे क्या डाउनलोड कर रहे हैं, इसका पता नहीं चल सकता। आज के समय में डाटा से ही सारा कारोबार चलता है। डाटा चोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में कोई भी कंपनी प्रबंधन वर्क फ्राम होम के दौरान अपने कर्मचारियों को खुले रूप से काम करने की अनुमति नहीं दे सकता। ऐसे में कारोबार प्रभावित होना स्वभाविक है।

सरकार को आइटी सिक्योरिटी पालिसी पर देना होगा जोर

इसके लिए सरकार को आइटी सिक्योरिटी पालिसी के ऊपर जोर देना होगा। डाटा चोरी करने पर सख्त से सख्त सजा का प्रविधान होना चाहिए। जहां तक गुरुग्राम में जलभराव का सवाल है तो यह चिंता का विषय है। गुरुग्राम वैश्विक शहर बन चुका है। यहां की समस्या से केवल स्थानीय या प्रदेश के लोग ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोग प्रभावित होते हैं। ऐसा ध्यान में रखकर सिस्टम को बेहतर करने की आवश्यकता है।


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