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नाबालिग केयर टेकर ने 13 माह की बच्ची पर लात घूंसे बरसाए, मासूम वेंटिलेटर पर

13 माह की बच्ची के देखभाल के लिए रखी गई किशोरी ने बच्ची के रोने पर उसे लात-घूंसे से पीटा। चोट से बच्ची की पसली (रिब बोन) टूट गई और आंत लिवर व किडनी में सूजन आ गई है।

By Satyendra SinghEdited By: Published: Wed, 17 Mar 2021 09:14 PM (IST)Updated: Thu, 18 Mar 2021 12:12 PM (IST)
नाबालिग केयर टेकर ने 13 माह की बच्ची पर लात घूंसे बरसाए, मासूम वेंटिलेटर पर
पुलिस ने बुधवार को किशोरी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे निगरानी में ले लिया।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। 13 माह की बच्ची के देखभाल के लिए रखी गई किशोरी ने बच्ची के रोने पर उसे लात-घूंसे से पीटा। चोट से बच्ची की पसली (रिब बोन) टूट गई और आंत, लिवर व किडनी में सूजन आ गई है। मासूम को गंभीर हालत में एक प्राइवेट अस्पताल में आइसीयू में वेंटिलेटर के सहारे रखा गया है। बच्ची के पिता की शिकायत पर सेक्टर 56 थाना पुलिस ने बुधवार को किशोरी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे निगरानी में ले लिया।

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लीगल एक्सपर्ट व डाक्टर की राय लेने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। पुलिस ने बच्ची के स्वजन के खिलाफ भी नाबालिग को काम पर रखने का मामला दर्ज किया है। इस बीच 13 माह की बच्ची का हाल-चाल जानने को बाल संरक्षण समिति की सदस्य सोनिया यादव ने अस्पताल का दौरा किया।

सोनिया यादव ने बच्ची के माता-पिता से भी बातचीत की। उन्होंने बताया कि बच्ची की हालत अभी स्थिर है। बच्ची के पिता मूलरूप से पंजाब के शहर पटियाला के रहने वाले निखिल भाटिया ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह गुरुग्राम के सेक्टर-56 स्थित अलकनंदा अपार्टमेंट में परिवार के साथ रहते हैं। वह और उनकी पत्नी जसमीत भाटिया यहां बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी करते हैं। उन्होंने मालदा (पश्चिम बंगाल) निवासी सबीना को घरेलू सहायिका के रूप में रखा है, जो सुबह-शाम काम करने आती है। सबीना के बताने पर अपनी बेटी की देखरेख के लिए उन्होंने तीन माह पहले पंद्रह वर्षीय किशोरी को नौ हजार रुपये में रखा था।

15 मार्च की रात साढ़े आठ बजे वह खाना खाने के बाद पत्नी के साथ टहलने के लिए फ्लैट से बाहर गए हुए थे । बच्ची बेडरूम में सो रही थी। एक घंटे बाद जब दोनों घर आए तो बच्ची बुरी तरह रो रही थी। चुप नहीं हुई तो डाक्टर के पास ले गए। डाक्टर ने बच्ची की हालत देख दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा। प्राइवेट अस्पताल में बच्ची की जांच हुई तो पता चला कि बच्ची की चार पसलियां टूटी हैं। उसकी किडनी व लिवर तथा आंत में भी सूजन थी जिसके बाद बच्ची को आइसीयू में रखा गया। दंपती ने किशोरी से पूछताछ की तो उसने बताया कि बच्ची को वह चुप करा रही थी उसी दौरान वह नीचे गिर गई थी।

पुलिस को शिकायत देने के बाद पुलिस ने किशोरी से पूछताछ की तो सामने आया कि माता-पिता के जाने के बाद बच्ची जाग गई थी और रोने लगी तो उसने चुप कराने का प्रयास किया लेकिन वह चुप नहीं हुई। इसी दौरान बच्ची उसके हाथ से जमीन पर गिर गई। नीचे गिरने बच्ची और जोर से रोने लगी। उसने उसको दो बार जोर से लात मारी तथा घूंसे भी मारे।

फ्लैट के अन्य हिस्सों में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिससे पति-पत्नी आफिस में रहकर भी घर पर नजर रखते थे। केवल बेडरूम में ही कैमरा नहीं लगा रखा है। वहीं पर बच्ची के साथ घटना हुई। आरोपित किशोरी को तीन महीने पहले ही काम पर रखा गया था। बच्ची को वह काफी अच्छे से रखती थी। इस मामले में लीगल एक्सपर्ट और डाक्टर से राय भी ली जा रही है। किशोरी पुलिस की निगरानी में है।

मकसूद अहमद, डीसीपी (ईस्ट)


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