Gurugram Crime: गिरोह बनाकर जमीन खरीदने बेचने के नाम पर करते थे ठगी, तीन गिरफ्तार
10 सितंबर 2023 को एक व्यक्ति ने पालम विहार थाने में शिकायत दी कि मई 2023 में कुलदीप धामा नाम के व्यक्ति ने कवींद्र भाटी की गांव चुहड़पुर खादर की 27 बीघा डूब क्षेत्र की जमीन एग्रीकल्चर जोन में बताते हुए 48 लाख रुपये प्रति बीघा के हिसाब से दिलाने की बात की। इसके लिए नरेश डीलर के साथ मिलकर कुलदीप ने भी उस जमीन में 50 प्रतिशत हिस्सा दिखाया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम के एक व्यक्ति से मई 2023 में नोएडा के गांव चुहड़पुर खादर में जमीन खरीदने और फिर उसे बेचने के नाम पर 66 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपित गिरोह बनाकर इस तरह से ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे।
10 सितंबर 2023 को एक व्यक्ति ने पालम विहार थाने में शिकायत दी कि मई 2023 में कुलदीप धामा नाम के व्यक्ति ने कवींद्र भाटी की गांव चुहड़पुर खादर की 27 बीघा डूब क्षेत्र की जमीन एग्रीकल्चर जोन में बताते हुए 48 लाख रुपये प्रति बीघा के हिसाब से दिलाने की बात की।
झांसे में आकर पीड़ित ने दी दे टोकन मनी
इसके लिए नरेश शर्मा डीलर के साथ मिलकर कुलदीप ने भी उस जमीन में 50 प्रतिशत हिस्सा दिखाया। कहा कि जमीन को आगे 58 लाख रुपये प्रति बीघा के रेट से खरीदने के लिए उन्हें एक ग्राहक भी मिल गया। झांसे में आकर पीड़ित व्यक्ति ने 66 लाख रुपये की टोकन मनी आरोपितों को दे दी। इसके बाद पीड़ित के फोन उठाने बंद कर दिए।मामले में पालम विहार थाने में केस दर्ज होने के बाद इओडब्ल्यू-दो की टीम ने कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को तीन मई को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया था। इसकी पहचान गाजियाबाद के वसुंधरा निवासी कुलदीप धामा के रूप में हुई थी।
उसकी निशानदेही पर दो अन्य आरोपितों नोएडा निवासी कवींद्र भाटी और दिल्ली के दिलशाद कालोनी निवासी नरेंद्र कुमार उर्फ नरेश शर्मा को दस मई को नैनीताल से पकड़ा गया। चार दिन के रिमांड पर लेकर इनसे पूछताछ की गई।
खरीदने पर सस्ता रेट, बेचने पर महंगे रेट का देते थे लालच
पूछताछ में पता चला कि आरोपित इसी जमीन को दिखाकर बहुत से व्यक्तियों से एग्रीमेंट करके पैसे ले लेते थे। ग्राहक को जमीन का सस्ता रेट बताकर तथा इन्हीं के गिरोह के अन्य साथी जमीन को आगे अधिक रेट में खरीदने का विश्वास दिलाकर ग्राहक से टोकन मनी ले लेते थे।
ग्राहक से की गई डील में इस्तेमाल किए गए फोन व सिमकार्ड को आरोपित तोड़ देते थे। इस तरह की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने के लिए कवींद्र भाटी जमीन का मालिक बनता था और गिरोह के अन्य सदस्य नाम बदलकर ग्राहक की तलाश करते थे।आरोपित कवींद्र भाटी पर धोखाधड़ी, हत्या का प्रयास, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट के तहत आठ केस उत्तर-प्रदेश के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। इनके पास से पांच लाख रुपये की नकदी बरामद की गई है।
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