आसमान में बादल घिरता देखकर सहम जाते हैं गुरुग्राम के इस इलाके लोग, जानिए वजह
पालम विहार के सी वन ब्लॉक के मकान संख्या 28 से 40 तक में रहने वाले लोग पिछले 3 सालों से सीवर की गंदगी रोड पर आने की परेशानी झेल रहे हैं। कोई इस समस्या का समाधान नहीं कर पा रहा
गुरुग्राम, जेएनएन। टेक्नोलॉजी कंसल्टेंट अनिल वर्मा पालम विहार के सी वन ब्लॉक में रहते हैं। जरा सी बारिश आने या आसमान में बादल घिरता देखकर अनिल वर्मा सहम उठते हैं। ऐसा ही हाल उनके पड़ोसी अश्विनी अरोड़ा, अभिषेक वाधवा, राजेश पन्निकर का भी होता है।
यह डर इसलिए होता कि बारिश के साथ ही उनके सामने की सड़क की हालत नारकीय हो जाएगी। पालम विहार शहर की एक पॉश सोसायटी हैं। बारिश के साथ सीवर की पूरी गंदगी लोगों घर के सामने की सड़क पर आती है। कई बार घरों के भीतर तक आ जाती है।
पालम विहार के सी वन ब्लॉक के मकान संख्या 28 से 40 तक में रहने वाले लोग पिछले 3 सालों से यह परेशानी झेल रहे हैं। सीवर की गंदगी बारिश के साथ मिलकर सड़क पर जमा होने की वजह है बजघेड़ा पुल का धीमी रफ्तार से हो रहा निर्माण।
यह रेलवे ओवरब्रिज वर्ष 2016 से बन रहा है। पिछले साल ही इसका उद्घाटन होना था मगर धीमी रफ्तार से बन रहे इस पुल के कारण लोगों को बहुत सारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। जब पुल का निर्माण शुरू हुआ था तो पालम विहार की सीवर लाइन को बंद कर दिया गया।
उस समय लोगों घरों से निकलने में दिक्कत आने लगी थी। बहुत संघर्ष करने के बाद सीवर लाइन जोड़ी गई। अनिल वर्मा बताते हैं कि यह सही तरीके से नहीं जोड़ी गई है। सीवर ओवरफ्लो होकर बारिश के पानी के साथ जमा हो जाता है। इसकी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं। तेज बारिश होने पर यह घरों में आ जाता है। बारिश खत्म होती है तो कीचड़ बनता है। जिससे होकर गुजरना बहुत मुश्किल हो रहा है।
प्रशासन से अनुरोध है कि इसका शीघ्र हल निकाले। गंदगी के बीच यहां के लोग अकसर बीमार पड़ जाते हैं। अश्विनी अरोड़ा कहते हैं कि जिले में बारिश बहुत ज्यादा नहीं होती। लोग यहां बारिश आने की सूचना से खुश होते हैं मगर हमारी मजबूरी है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण हमें जरा सी भी बारिश नहीं सुहा रही, क्योंकि इससे हमारा इलाका नरक बन जाता है।