मिशन एडमिशन: नए कॉलेजों में जानकारी के अभाव में भटक रहे विद्यार्थी
जिले के राजकीय कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया चल रही है। दो जुलाई को जारी हुई स्नातक कोर्सों की पहली कटऑफ में नाम प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अब फीस जमा करवाने के लिए परेशान हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: जिले के राजकीय कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया चल रही है। 2 जुलाई को जारी हुई स्नातक कोर्सों की पहली कटऑफ में जगह पाने वाले विद्यार्थी अब फीस जमा कराने के लिए परेशान हो रहे हैं। पुराने कॉलेजों में तो विद्यार्थियों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन नए खुले कॉलेजों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अभाव में विद्यार्थी कॉलेजों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन वहां पर उनकी सहायता के लिए किसी भी प्राध्यापक की ड्यूटी नहीं लगाई गई है।
सेक्टर-52 स्थित राजकीय महिला महाविद्यालय में छात्राओं की सुविधा के लिए किसी प्राध्यापक की ड्यूटी नहीं लगाई गई है। ऐसे में छात्राएं दाखिला फीस जमा करने के लिए परेशान हो रही हैं। बता दें कि इस कॉलेज की इमारत पूरी नहीं बनने से दाखिला प्रक्रिया सेक्टर-9 राजकीय महाविद्यालय से संचालित हो रही है। फरुखनगर कॉलेज की दाखिला प्रक्रिया द्रोणाचार्य राजकीय महाविद्यालय से हो रही है।
कॉलेजों में दाखिला प्रक्रिया 8 जून से शुरू हो गई थी और आवेदन की अंतिम तिथि 28 जून थी। नए कॉलेजों में इस बार आवेदनों की संख्या काफी कम रही है। इसकी बड़ी वजह यह भी रही कि विद्यार्थियों की प्राथमिकता में यह कॉलेज शामिल नहीं थे। विद्यार्थियों ने इन कॉलेजों को विकल्प के रूप में भरा है। जिन विद्यार्थियों को पहली कटऑफ में स्थान नहीं मिला, उनका कहना है कि उन्हें नए कॉलेजों में ही आस नजर आ रही है लेकिन वहां पर किसी भी संबंध में जानकारी देने वाला कोई भी नहीं है।