टूटी सड़कों पर कैसे चले मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन
साइबर सिटी की टूटी हुई सड़कों पर मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीनों से सफाई नहीं हो रही है। जर्जर सड़कों पर झाडू से सफाई होने के कारण काफी धूल उड़ रही है
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: साइबर सिटी की टूटी हुई सड़कों पर मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीनों से सफाई नहीं हो रही है। जर्जर सड़कों पर झाडू से सफाई होने के कारण काफी धूल उड़ रही है, जिससे प्रदूषण में इजाफा हो रहा है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश हैं कि सभी सड़कों की मैकेनिल रोड स्वीपिग मशीनों से ही सफाई की जाए। लेकिन नगर निगम और गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) द्वारा टूटी सड़कों की मरम्मत नहीं करने के कारण मजबूरन झाडू से ही सफाई की जा रही है। झाडू लगाने के दौरान काफी धूल उड़ती है। बता दें कि नगर निगम के पास नौ मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीनें हैं, लेकिन ज्यादातर नए गुरुग्राम की सड़कों पर ही चल रही हैं। पुराने शहर की सड़कें मशीनों से सफाई के लायक नहीं हैं। इन जगहों पर हो रही है परेशानी
बसई रोड- सड़क पूरी तरह टूट चुकी हैं। मशीन इस पर चलने लायक नहीं है। ज्यादातर हिस्से पर झाडू से सफाई हो रही है।
शीतला माता रोड- आधी सड़क पर मशीन से सफाई होती है, आधी सड़क जर्जर हालत में है।
हीरो होंडा चौक- हीरो होंडा चौक से उमंग भारद्वाज चौक और इससे आगे की सड़क टूटी हुई है।
पटौदी रोड - यह सड़क भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीन नहीं चल सकती है।
ओल्ड व न्यू रेलवे रोड- कई जगह अतिक्रमण और सड़क टूटी होने से है परेशानी । मशीन का ब्रश नहीं चलता, होती है परेशानी
मैकेनिकल रोड स्वीपिग मशीन में सफाई के दौरान सड़क पर मशीन का ब्रश घूमता है। चौड़ी, समतल और साफ सड़कों पर तो यह मशीन ठीक सफाई करती है। लेकिन उबड़-खाबड़ जगहों पर मशीन नहीं चल सकती है। ऐसे में मशीनों से सड़कों की सफाई के ज्यादातर रूट नए गुरुग्राम के हैं। - शीतला माता रोड सहित कुछ जगहों को छोड़कर अन्य जगहों पर मशीनों से ठीक सफाई हो रही है। जिन जगहों पर सड़क टूटी है, वहां पर मरम्मत का कार्य होने के बाद परेशानी नहीं होगी।
बिजेंद्र शर्मा, सफाई अधिकारी, नगर निगम गुरुग्राम।