लाइफस्टाइल: सुकून छीन रहा है जीवनशैली पर हावी होता फैशन प्रेशर
आप किसी पार्टी या सामूहिक आयोजन में हिस्सा लेने से कतराने लगे हैं। दोस्तों के बीच ज्यादा देर बैठ नहीं पा रहे। घर या ऑफिस में कोई खास परेशानी भी नहीं है फिर भी परेशान हैं। शॉपिग से भी मन खीझने लगा है और नए फैशन को देखकर घबराने लगते हैं। तो आप भी फैशन प्रेशर का शिकार हो रहे हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं मनोचिकित्सकों के पास इस तरह के मामले आ रहे हैं। इस फैशन प्रेशर से उपजा तनाव व अवसाद गंभीर रूप ले रहा है।
प्रियंका दुबे मेहता, गुरुग्राम
आप किसी पार्टी या सामूहिक आयोजन में हिस्सा लेने से कतराने लगे हैं। दोस्तों के बीच ज्यादा देर बैठ नहीं पा रहे। घर या ऑफिस में कोई खास परेशानी भी नहीं है फिर भी परेशान हैं। शॉपिग से भी मन खीझने लगा है और नए फैशन को देखकर घबराने लगते हैं। तो आप भी फैशन प्रेशर का शिकार हो रहे हैं। यह हम नहीं कह रहे हैं, मनोचिकित्सकों के पास इस तरह के मामले आ रहे हैं। इस फैशन प्रेशर से उपजा तनाव व अवसाद गंभीर रूप ले रहा है। फैशन बन रहा है गले की फांस
फैशन स्टाइलिग और आत्मविश्वासी बनाने तक तो ठीक है लेकिन क्या जब इसका दबाव इतना बढ़ जाए कि यह मानसिक सुकून ही छीन ले तो हमें सोचने की जरूरत है। क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट सीमा शर्मा का कहना है कि इस तरह के मामले महिला और पुरुषों दोनों के बीच आ रहे हैं। सोशल मीडिया ट्रेंड में हर सीजन में फैशन बदलता है। ऐसे में लोग अपने आप को बदलते फैशन के साथ अपडेट रखने की जरूरत होती है। पहले तो लोग इसका अनुसरण करते हैं लेकिन धीरे-धीरे बजट बिगड़ता है तो लोग इस होड़ में पीछे रह जाते हैं। यहीं से शुरू होती है इस समस्या की शुरुआत। लोग अंदर ही अंदर कुंठित होने लगते हैं और धीर-धीरे यह कुंठा लोगों को अवसाद की तरफ धकेलने लगती है। फैशन की होड़ में अनफिट पाते हैं लोग
फैशन का प्रेशर केवल इसी चीज का नहीं होता कि आप नए फैशन पर पैसा नहीं खर्च कर पा रहे हैं बल्कि इस चीज का भी होता है कि आप उस फैशन में अपने आप को फिट नहीं कर पाते। फैशन एक्सपर्ट व इमेज कंसल्टेंट निधि जिग्तियानी का कहना है कि लोग इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं। वे इसे प्रेशर को हैंडल नहीं कर पाते। ऐसे हैंडल करें फैशन प्रेशर
निधि के मुताबिक इस तरह के प्रेशर को अगर हैंडल नहीं कर पाए तो यह समस्या बेहद गंभीर होने लगती है। लोग फैशन ट्रेंड का अंधानुकरण करना चाहते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। अपने लुक और शरीर के अनुसार कपड़े, मेकअप व एक्सेसरीज पहन कर अपने आपको आकर्षक दिखा सकते हैं। इस तरह की खोखली होड़ में न पड़कर अपने आप में ही स्टाइल आइकन बन सकते हैं। हम लोगों की स्टाइलिग करते हैं। कई लोग इस तरह की परेशानी से जूझते हुए मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं। हम सलाह देते हैं कि फैशन की अंधी दौड़ में शामिल होने की बजाए अपनी खूबियों और कमजोरियों को देखकर अपना अलग स्टाइल बनाएं। इसमें उम्र का भी अहम किरदार होता है। केवल ट्रेंड फॉलो करके ही आप फैशनेबल नहीं कहलाएंगे।
- निधि जिग्तियानी, इमेज कंसल्टेंट यह स्थिति सोशल मीडिया की वजह से और बढ़ गई है। लोग यह अनावश्यक दबाव ले रहे हैं और अवसाद की स्थिति आ रही है। हम लोगों को समझाते हैं कि सोशल मीडिया की तड़क-भड़क असल जिदगी नहीं है। सोशल मीडिया पर दिन भर सेलिब्रिटीज फैशन को देखकर, इंस्टा अपडेट देखकर, अपने दोस्तों के डिजाइनर परिधान देखकर लोगों में कुंठा उत्पन्न हो रही है। आज तनाव के कारणों में से यह सबसे बड़ा कारण बन रहा है।
- डॉ. रचना खन्ना सिंह, लाइफस्टाइल एक्सपर्ट व साइकोलॉजिस्ट, आर्टिमिस