लेबर कांट्रैक्टर ने रचा लूट का झूठा नाटक
लेबर कांट्रैक्टर ने बृहस्पतिवार को लूट का झूठा नाटक रचकर गुरुग्राम पुलिस को परेशान कर दिया। 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद शिकायतकर्ता के ऊपर ही संदेह हो गया। जब गहनता से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि लूट की वारदात नहीं हुई थी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: लेबर कांट्रैक्टर ने बृहस्पतिवार को लूट का झूठा नाटक रचकर गुरुग्राम पुलिस को परेशान कर दिया। 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद शिकायतकर्ता के ऊपर ही संदेह हो गया। जब गहनता से पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि लूट की वारदात नहीं हुई थी। वह लेबर को पैसे देना नहीं चाहता था। इस वजह से लूट का नाटक रचा। रकम भी उसके घर से बरामद हुई है। अब शिकायतकर्ता के खिलाफ सिविल लाइन थाना पुलिस आगे की कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है।
बृहस्पतिवार दोपहर लगभग 12 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी गई कि राजेंद्रा पार्क निवासी लेबर कांट्रैक्टर कमल सिंह इंडियन बैंक सेक्टर-पांच से चार लाख 40 हजार रुपये निकालकर अपनी कार से नोएडा जा रहा था। नोएडा में ही उसका लेबर कांट्रैक्टर का काम है। झाड़सा चौक फ्लाईओवर पर बाइक सवार हथियारबंद तीन बदमाशों ने उससे पैसे छीन लिए। सूचना मिलते ही इलाके के पुलिस उपायुक्त रविद्र सिंह तोमर, सहायक पुलिस आयुक्त राजेंद्र सिंह, सिविल लाइन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पंकज कुमार, क्राइम ब्रांच की सेक्टर-40 टीम के प्रभारी गुणपाल, सेक्टर-31 टीम के प्रभारी आनंद कुमार मौके पर पहुंचे। इसके बाद हाईवे और आसपास लगे लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। साथ ही चार टीमों का गठन कर बदमाशों की खोजबीन में लगाया गया। सीसीटीवी कैमरों की छानबीन में कहीं भी कुछ संदिग्ध नहीं दिखाई देने पर कमल सिंह से पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आ गई। उसने बताया कि उसे नोएडा में अपने लेबर को पैसे देने थे। उसके ऊपर कर्ज भी काफी अधिक है। उसने सोचा कि लूट का नाटक सही साबित हुआ तो उसे पैसे नहीं देने पड़ेंगे। ऐसा ही सोचकर पैसे निकालने के बाद वह घर पहुंचा और अपने भाई की पत्नी को पैसे दे दिए। सिविल लाइन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि झूठी सूचना की वजह से कई घंटे पुलिस परेशान रही। लेबर कांट्रैक्टर के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसका नोएडा की एक एक्सपोर्ट कंपनी में लेबर कांट्रैक्ट है।