बिजली दर में कमी का उद्योगों को नहीं हुआ खास फायदा
गुरुग्राम के उद्योगों को जो बिजली मिल रही है उसका रेट अधिक है। प्रदेश सरकार ने सिर्फ 50 से 500 यूनिट तक की खपत पर राहत देने की घोषणा की है इससे सिर्फ घरेलू उपभोक्ताओं को ही लाभ होगा। इंडस्ट्री में इससे कहीं अधिक खपत होती है जिस कारण उसे कोई फायदा नहीं होने जा रहा है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : प्रदेश सरकार द्वारा यूनिट-दर-यूनिट बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को जो राहत दी है उससे उद्योगों को खास फायदा नहीं होने जा रहा है। सरकार की इस घोषणा से सिर्फ उन्हीं उपभोक्ताओं को लाभ होने जा रहा जो अधिकतम 500 यूनिट तक खपत करते हैं। ऐसे में इंडस्ट्री को इससे कोई फायदा नहीं होने जा रहा है, क्योंकि छोटी से छोटी औद्योगिक यूनिट में इससे अधिक बिजली की खपत होती है। उद्यमियों की मांग है कि प्रदेश सरकार उद्योगों को राहत देने के लिए भी कदम उठाए।
गुरुग्राम में बड़ी संख्या में ऑटोमोबाइल, इंजीनिय¨रग, गारमेंट, फूड प्रोसे¨सग व लेदर इंडस्ट्री है। इन सभी की शिकायत है कि यहां उन्हें काफी महंगी बिजली मिल रही है। पिछले काफी समय से बिजली दर में कमी करने की मांग की जा रही है। गुरुग्राम उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण यादव का कहना है कि उद्यमियों को भारी भरकम बिजली का बिल काफी अखरता है। इसके रेट में कमी कर दी जाए तो उद्योगों को काफी राहत मिलेगी। अभी उद्यमियों को प्रति यूनिट 12 रुपये से भी अधिक दर पर बिजली का बिल अदा करना पड़ता है। प्रदेश सरकार ने छोटे उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बिजली दर में जो कमी की है वह सराहनीय है। लेकिन इससे उद्योगों को कोई फायदा नहीं मिलेगा। वर्तमान में उद्योगों को जिस दर पर बिजली आपूर्ति की जा रही है वह अन्य पड़ोसी औद्योगिक राज्यों से अधिक है। सरकार को इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है।
किशन कपूर, चेयरमैन हरियाणा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन गुरुग्राम के उद्योगों को जो बिजली मिल रही है उसका रेट अधिक है। प्रदेश सरकार ने सिर्फ 50 से 500 यूनिट तक की खपत पर राहत देने की घोषणा की है इससे सिर्फ घरेलू उपभोक्ताओं को ही लाभ होगा। इंडस्ट्री में इससे कहीं अधिक खपत होती है जिस कारण उसे कोई फायदा नहीं होने जा रहा है।
हरीश शर्मा, उद्यमी