सोहना में वायु प्रदूषण बढ़ने से लोगों के स्वास्थ्य को खतरा
35 हजार की आबादी समेटे सोहना शहर वायु प्रदूषण की चपेट में आ चुका है। यहां लगे कूड़े के ढेर वायु प्रदूषण के स्तर को बढ़ा रहे हैं।
संवाद सहयोगी, सोहना: 35 हजार की आबादी समेटे सोहना शहर वायु प्रदूषण की चपेट में आ चुका है। यहां लगे कूड़े के ढेर वायु प्रदूषण के स्तर को बढ़ा रहे हैं। शहर के लोगों का कहना है कि बढ़ते प्रदूषण के लिए यहां का स्थानीय प्रशासन ज्यादा जिम्मेदार है। इस गंभीर समस्या की ओर न नगरपरिषद का ध्यान है और न ही वन विभाग का। इतना ही नहीं वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए तय जिम्मेदारी का भी अधिकारी निर्वाह नहीं करते हैं। यहां के वार्ड 13 पुराना अलवर रोड पर बनाया गया अस्थाई कूड़ा निस्तारण केंद्र वायु प्रदूषण को बढ़ावा दे रहा है। यहां पूरे शहर का कूड़ा डाला जाता है। विशेष बात यह है कि सफाई कर्मचारी कूड़े के ढेर में आग लगा देते हैं। यह आग 24 घंटे जलती रहती है। इससे निकलने वाला प्रदूषित धुंआ वायु प्रदूषण को बढ़ावा दे रहा है। वार्ड निवासी बलबीर कोहली, भजनलाल, सीमा डागर व पार्षद अनिल ने नगरपरिषद से लेकर एसडीएम को वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या से अवगत कराया लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली है। ऐसे में लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। नगरपरिषद में आयोजित होने वाली बैठक में कई बार वायु प्रदूषण की समस्या को लेकर आवाज उठाई गई है। अस्थाई कूड़ा केंद्र का विरोध जताया है। लिखित में भी कई बार शिकायत दी है लेकिन प्रशासन ने उनकी मांग व लोगों की समस्या को आज तक गंभीरता से नहीं लिया है।
- अनिल कुमार, पार्षद