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औद्योगिक क्षेत्र में होर्डिग से अटे हुए हैं बिजली के पोल

आइएमटी मानेसर की सड़कों के बीच बिजली के पोल पर अवैध विज्ञापन होर्डिंग का जाल फैला हुआ है। औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ रिहायशी सेक्टर में भी बिजली के पोल और सड़कों के साथ लगे पेड़ो पर अवैध रूप से विज्ञापन के होर्डिंग लगाए गए हैं। आइएमटी के उद्यमियों ने इस बारे में अधिकारियों को शिकायत भी की थी लेकिन उस समय तो कार्रवाई हुई उसके बाद फिर से ऐसे ही होर्डिंग लगा दिए गए।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Sep 2018 06:26 PM (IST)Updated: Tue, 11 Sep 2018 06:26 PM (IST)
औद्योगिक क्षेत्र में होर्डिग से अटे हुए हैं बिजली के पोल
औद्योगिक क्षेत्र में होर्डिग से अटे हुए हैं बिजली के पोल

जागरण संवाददाता, मानेसर : आइएमटी मानेसर की सड़कों के बीच बिजली के पोल पर अवैध विज्ञापन होर्डिग का जाल फैला हुआ है। औद्योगिक क्षेत्र के साथ-साथ रिहायशी सेक्टर में भी बिजली के पोल और सड़कों के साथ लगे पेड़ों पर अवैध रूप से विज्ञापन के होर्डिंग लगाए गए हैं। आइएमटी के उद्यमियों ने इस बारे में अधिकारियों को शिकायत भी की थी, जिसपर उस समय कार्रवाई तो हुई लेकिन उसके बाद फिर से ऐसे ही होर्डिंग लगा दिए गए।

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आइएमटी में राजनीतिक लोगों द्वारा स्थानीय लोगों को बधाई देने और अन्य कार्यो के लिए बिजली के पोल पर विज्ञापन के होर्डिग लगाए गए हैं। एसोसिएशन की तरफ से हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एवं इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएचआइआइडीसी) के अधिकारियों को पत्र लिखा गया था, जिसमें विज्ञापन होर्डिग लिए पॉलिसी बनाने और इनके माध्यम से औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए पैसा जुटाने की बात कही गई थी। आइएमटी मानेसर में बिजली के पोल पर अवैध तरीके से विज्ञापन के होर्डिग लगाए गए हैं। आइएमटी चौक, सेक्टर एक, बास गांव चौक, अलियर चौक के साथ यहां के अन्य सेक्टर में भी ऐसे ही बिजली के पोल पर विज्ञापन के लिए होर्डिग लगाए गए हैं। इस प्रकार से लगाए गए होर्डिग से कई बार हादसे भी हो चुके हैं और आगे भी हादसों का डर बना रहता है।

उद्यमियों का कहना है कि इस ओर एचएसआइआइडीसी के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उद्यमी मनोज यादव, सतीश यादव, अनिल शर्मा, किशोर कुमार ने बताया कि एचएसआइआइडीसी को आइएमटी में लगाए गए पोस्टरों के लिए पॉलिसी बनाकर इनसे कमाई कर सकते हैं। एचएसआइआइडीसी को अलग-अलग सेक्टरों के रेट तय कर होर्डिग लगाए जा सकते हैं। किसी भी एजेंसी को टेंडर भी दिया जा सकता है। उद्योगपतियों की तरफ से इसके लिए काफी समय से मांग की जा रही है। होर्डिग के लिए पॉलिसी बनने से आने वाले पैसे को आइएमटी के विकास कार्य में लगाया जा सकता है।


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