गोचर जमीन में डाला जा रहा अस्पतालों का कचरा
नगर पालिका फरुखनगर की 25 एकड़ गोचर भूमि में नियमों को ताक पर रख कर कूड़ा डाला जा रहा है।
संवाद सहयोगी, फरुखनगर: नगर पालिका फरुखनगर की 25 एकड़ गोचर भूमि में नियमों को ताक पर रख कर कूड़ा डाला जा रहा है। कस्बे से निकले कूड़े में प्लास्टिक के सामान व कांच का सामान, प्लास्टिक, फ्लोरसेंट ट्यूब, ब्लेड, इस्तेमाल किए गए मास्क के अलावा बायोमेडिकल वेस्ट डाला जा रहा है। ऋषिकुमार, पवन यादव, अधिवक्ता पूनम,जेपी यादव, जयभगवान नंबरदार, उमेश चौहान, रामनिवास यादव, सोनस शर्मा ने बताया कि कस्बे में कई झोलाछाप डॉक्टरों ने छोटे-छोटे अस्पताल बना रखे हैं। इनमें निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि इनसे निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट को या तो खुले क्षेत्र में ही फेंक दिया जाता है या फिर नपा की गाड़ी में डाल दिया जाता है। इससे संक्रमण फैलने और दूसरे लोगों के बीमार होने का खतरा हमेशा बना रहता है। अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल वेस्ट से संक्रमण फैलने का डर रहता है। इसके निस्तारण के लिए नियमों का पालन किया जाना चाहिए, लेकिन यहां प्रशासन की नाक के नीचे नियमों को ताक पर रख कर खुले में ही बायोमेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है। इसमें मास्क, दस्ताने, छोटी सुई शामिल हैं। कई बार इसमें तड़के आग लगा दी जाती है। इस कचरे के कारण दूसरे लोग भी बीमार हो सकते हैं।
नियमों के अनुसार कचरे को अलग-अलग थैली में डालकर इसका निस्तारण किया जाना चाहिए लेकिन यहां नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से कई बार लोगो ने इसकी तस्वीरें भी वायरल कीं ताकि अधिकारी इस समस्या पर ध्यान दें लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अधिकारियों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए और इस प्रकार से खुले में कचरा फेंकने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई करनी चाहिए। उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि वह जांच कराएंगे और ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी।