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पांच राज्यों की स्वास्थ्य टीमें शहर का करेंगी दौरा

इंडियन इस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ की तरफ से आयोजित ट्रे¨नग के प्रोग्राम में हिस्सा लेने लिए पांच राज्यों के स्टेट सर्विलांस ऑफिसर शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य विभाग की पीएचसी वजीराबाद को दौरा करेगी। इस टीम में तेलंगना, तमिलनाडू, अरूणाचल प्रदेश, गुजरात और अंडमान निकोबार राज्यों के चार-चार स्टेट सर्विलांस अधिकारी होंगे। पांच राज्य टीमों का आने का मकसद है कि शहर में किस तरह से डेंगू बचाव के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि वो अपने अपने राज्यों में उसी तरह अभियान चलाए जा सके। यह टीम जिला स्वास्थ्य विभाग की और से चलाए जा रहें डेंगू और मलेरिया कार्यक्रमों को देखेगी। जिला सर्विलांस अधिकारी राम प्रकाश ने बताया कि यह टीम शुक्रवार का दौरा है। सिविल सर्जन

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 08:03 PM (IST)Updated: Thu, 13 Sep 2018 08:03 PM (IST)
पांच राज्यों की स्वास्थ्य टीमें शहर का करेंगी दौरा
पांच राज्यों की स्वास्थ्य टीमें शहर का करेंगी दौरा

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ की तरफ से आयोजित ट्रे¨नग प्रोग्राम में हिस्सा लेने लिए पांच राज्यों के स्टेट सर्विलांस ऑफिसर शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य विभाग की पीएचसी वजीराबाद को दौरा करेगी। इस टीम में तेलंगाना, तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात और अंडमान निकोबार राज्यों के चार-चार स्टेट सर्विलांस अधिकारी होंगे। पांच राज्य टीमों का आने का मकसद है कि शहर में किस तरह से डेंगू बचाव के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि वो अपने अपने राज्यों में उसी तरह अभियान चलाए जा सके।

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यह टीम जिला स्वास्थ्य विभाग की और से चलाए जा रहें डेंगू और मलेरिया कार्यक्रमों को देखेगी। जिला सर्विलांस अधिकारी राम प्रकाश ने बताया कि यह टीम शुक्रवार का दौरा है। सिविल सर्जन डॉक्टर गुलशन अरोड़ा ने कहा कि गुरुग्राम बड़ा शहर है और यहां पर स्वास्थ्य संबंधित कोई भी अभियान कामयाब चलाना बड़ी बात है। उसे देखने के लिए अन्य प्रदेशों की टीम पहुंच रही है। स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट जल्द

सेक्टर 10 अस्पताल में अगले माह तक स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) बनकर तैयार हो जाएगी। 10 बेड के एसएनसीयू के लिए मशीनें खरीदी जा चुकी हैं। जिला नागरिक अस्पताल में एसएनसीयू की सुविधा है लेकिन सेक्टर दस अस्पताल में यह सुविधा नहीं होने के कारण जन्म के बाद नवजात शिशु को जिला अस्पताल में लाना होता है। लेकिन अब जल्द अस्पताल में ये होंगी सुविधा एसएनसीयू की सुविधा मिलने के बाद नवजात शिशु को सुविधा मिलेगी। एसएनसीयू 28 दिन तक बच्चे को रखा जाता है।


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