हेड कांस्टेबल प्रदीप कटारिया की मौत से गांव में मातम
हेड कांस्टेबल प्रदीप कटारिया की मौत से उनके गांव बजघेड़ा में मातम पसरा हुआ है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : हेड कांस्टेबल प्रदीप कटारिया की मौत से उनके गांव बजघेड़ा में मातम पसरा हुआ है। किसी को समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर किसी ने क्यों हत्या की? न ही प्रदीप का और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य की किसी से दुश्मनी थे। रविवार शाम लगभग छह बजे जैसे ही उनका पार्थिव शरीर रोहतक से गांव में लाया गया, माहौल और अधिक गमगीन हो गया। अंतिम संस्कार रविवार शाम ही गांव में कर दिया गया।
गांव बजघेड़ा निवासी 36 वर्षीय प्रदीप कटारिया फरीदाबाद में तैनात थे। रोहतक में आयोजित प्रधानमंत्री की रैली को लेकर उनकी ड्यूटी लगाई गई थी। रात में किसी ने उनकी हत्या ईंट व कांच की बोतल मारकर कर दी। इस बारे में सूचना आते ही उनके परिवार से लेकर पूरे गांव में मातम छा गया। कुछ ही देर में उनके घर पर काफी लोग पहुंच गए। इसी बीच परिवार के लोग रोहतक के लिए रवाना हो गए। पार्थिव शरीर आने तक अधिकांश लोग उनके दरवाजे पर ही बैठे रहे। गांव के सरपंच श्रीनिवास राणा उर्फ सोनू ने बताया कि प्रदीप कटारिया के पिता मंगल सिंह कटारिया हरियाणा पुलिस में एएसआइ के पद से सेवानिवृत्त हैं। बड़े भाई कंवल कटारिया भी हरियाणा पुलिस में हैं। प्रदीप को एक आठ साल का बेटा व तीन साल की बेटी है। परिवार के सभी लोग शांतिप्रिय हैं। उन्हें नहीं पता कि कभी प्रदीप या उनके परिवार के किसी सदस्य की कभी किसी से कहासुनी भी हुई हो। जांच तेजी से हो ताकि सच्चाई जल्द सामने आ सके। पूरे गांव में मातम का माहौल है। किसी को समझ में नहीं आ रहा है शांतिप्रिय परिवार के साथ ऐसा क्यों हुआ?।