एनएचएम कर्मचारियों की भूख हड़ताल शुरू
पंद्रह दिन से चल रही हड़ताल में कर्मचारी मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने 72 घंटे की भूख हड़ताल करने का फैसला किया है। जिसमें पुरुष व महिलाएं कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठी हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के 665 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं। जिनमें 629 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं। एनएचएम यूनियन के जिला प्रधान हरीराज ने कहा कि पांच फरवरी से जिला स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जिला नागरिक अस्पताल में हड़ताल पर हैं और प्रदेश सरकार कोई बातचीत नहीं कर रही है। दो दौर की बातचीत हुई है लेकिन कोई हल नहीं निकला है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: पंद्रह दिन से चल रही हड़ताल को तेज करते हुए कर्मचारी मंगलवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए। नेशनल हेल्थ मिशन (एनएचएम) के कर्मचारियों ने 72 घंटे की भूख हड़ताल करने का फैसला किया है। जिला स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के 665 कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं जिनमें 629 कर्मचारी बर्खास्त किए जा चुके हैं। एनएचएम यूनियन के जिला प्रधान हरीराज ने कहा कि 5 फरवरी से जिला स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जिला नागरिक अस्पताल में हड़ताल पर हैं और प्रदेश सरकार कोई बातचीत नहीं कर रही है। दो दौर की बातचीत हुई है लेकिन कोई हल नहीं निकला है। हड़ताल के कारण कुछ सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है तो एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह से बंद हैं। मरीजों को भी परेशानी हो रही है लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है। सेक्टर-10 के अस्पताल में जनरल वार्ड बंद :
सेक्टर-10 सरकारी अस्पताल में मंगलवार को जनरल वार्ड बंद कर दिया गया, क्योंकि अस्पताल स्टाफ नहीं होने कारण मरीजों को सेवाएं नहीं दे पा रहा था। हालांकि, इस अस्पताल में मरीजों की संख्या कम ही रहती है लेकिन जितने भी मरीज आते थे उन्हें सेवाएं मिलने में परेशानी रहेगी। मरीजों को दाखिल नहीं किया जा रहा। डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों को इलाज दिया जा रहा है लेकिन दाखिल नहीं किया जा रहा। क्योंकि स्टाफ हड़ताल पर होने कारण मरीजों को सेवाएं नहीं दी जा रही। हमने जनरल वॉर्ड को बंद नहीं किया है। स्टाफ हड़ताल पर होने केकारण जनरल वॉर्ड और इमरजेंसी वॉर्ड को एक बना दिया है ताकि मरीजों को कोई परेशानी न हो।
डॉ. सरयू शर्मा, सिविल सर्जन, सेक्टर-10 अस्पताल