अच्छी खबर: वर्क फ्रॉम होम में भी आइटी क्षेत्र की दक्षता कायम
कोरोना वायरस से उपजी वैश्विक महामारी को लेकर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का पालन साइबर सिटी स्थित आइटी-आइटीईएस कंपनियों द्वारा किया जा रहा है।
यशलोक सिंह, गुरुग्राम
कोरोना महामारी को लेकर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का पालन साइबर सिटी स्थित आइटी-आइटीईएस कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। आइटी कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि शुरू में लग रहा था कि वर्क फ्रॉम होम में इस क्षेत्र की जरूरी सेवाएं प्रभावित होंगी। मगर अब ऐसा नहीं हैं। अधिकांश आइटी कंपनियों द्वारा अपने शतप्रतिशत कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराया जा रहा है, और उनकी कार्यदक्षता में किसी प्रकार की कमी नहीं आई है। सभी काम पहले की तरह से ही जारी हैं। इस क्षेत्र की सभी कारोबारी डील भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये ही हो रही है।
बता दें कि गुरुग्राम ही नहीं देश भर की आइटी-आइटीईएस कंपनियों का सबसे अधिक कारोबार अमेरिका से होता है। वहां कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा जिस प्रकार से बढ़ता जा रहा है उससे आइटी क्षेत्र की चिता थोड़ी बढ़ती दिख रही है। शहर स्थित एक आइटी कंपनी के डायरेक्टर ऑपरेशंस का कहना है कि शुरुआत में लग रहा था कि वर्क फ्रॉम होम के जरिए सभी काम कैसे हो सकते हैं। अब यह डर पूरी तरह से खत्म हो चुका है। हर कर्मचारी अपने घर से बेहतर काम कर रहा है। उन्हें मोबाइल संदेश के जरिए हर प्रकार का इंस्ट्रक्शन दिया जाता है। बहुत जरूरी होने पर उनके साथ मोबाइल पर बात या वीडियो कॉल की जाती है। अभी लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल तक है। यदि इसके बाद भी यह जारी रहता है तो इसे लेकर भी पूरी तैयारी है।
आइटी क्षेत्र के विशेषज्ञ रजत श्रीवास्तव बताते हैं कि आइटी क्षेत्र के कुछ काम ऐसे थे जिन्हें घर से करना सरकारी प्रावधानों के अनुसार संभव नहीं था। कोरोना वायरस संकट को देखते हुए सरकार ने घर से काम कराने के अपने पूर्व के दिशा-निर्देशों में कई प्रकार की छूट दे दी है। इससे आइटी-आइटीईएस क्षेत्र को काफी सहूलियत मिल गई है।
आइटी क्षेत्र के विशेषज्ञ सचिन गुप्ता का कहना है कि भारतीय आइटी कंपनियों को सबसे अधिक कारोबार अमेरिका से मिलता है। इसके बाद यूरोप का नंबर आता है। इस समय अमेरिका और यूरोपीय देशों में कोरोना वायरस एक भयंकर आपदा बन कर टूट पड़ा है। यही कारण है कि देश की आइटी कंपनियों की नजरें इस समय अमेरिका और यूरोप पर टिकी हुई हैं। यदि वहां तीन माह तक हालात बेहतर नहीं हुए तो आइटी कारोबार पर इसका नकारात्मक असर पड़ सकता हैं। एक आइटी कंपनी के अधिकारी ने बताया कि उनकी कंपनी ने बेहद जरूरी सेवा के लिए जरूरी कुछ पेशेवरों के ऑफिस में ही रहने व काम करने की व्यवस्था बनाई है।