Move to Jagran APP

साइबर सिटी में फर्जी कॉल सेंटरों का मायाजाल

फर्जी कॉल सेंटरों की वजह से साइबर सिटी की छवि धूमिल होने लगी है। सभी सेंटरों के माध्यम से विदेशी ग्राहकों को चूना लगाया जाता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 05:59 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 05:59 PM (IST)
साइबर सिटी में फर्जी कॉल सेंटरों का मायाजाल

आदित्य राज, गुरुग्राम

loksabha election banner

फर्जी कॉल सेंटरों की वजह से साइबर सिटी की छवि धूमिल होने लगी है। इन सेंटरों से दुनिया भर में शिकार को फंसा कर ठगी की जाती है। ठगी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जाते हैं। पहले उनके कंप्यूटर सिस्टम में वायरस भेजा जाता है, फिर उसे ठीक करने के नाम पर वसूली की जाती है। लोन व दुर्घटना बीमा दिलाने के नाम पर भी धोखाधड़ी की जाती है। इसे देखते हुए आइटी एवं टेलीकॉम सेक्टर की कंपनियों के संगठन हाइटेक इंडिया द्वारा पुलिस आयुक्त को सुझाव भेजा जाएगा कि कॉल सेंटरों की पूरी जानकारी संबंधित थाने के पास हो। इससे फर्जी कॉल सेंटरों की समस्या पर काबू पाया जा सकेगा।

पिछले दो साल के दौरान 25 से अधिक फर्जी कॉल सेंटर पकड़े जा चुके हैं। इनमें से अधिकतर कॉल सेंटर केवल उद्योग विहार में संचालित थे। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी तक के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में कई कॉल सेंटर पकड़े जा चुके हैं। इसके बाद भी इसके ऊपर लगाम नहीं। फर्जी कॉल सेंटर भी आलीशान बिल्डिंग में संचालित किए जाते हैं। इस वजह से उनके ऊपर शक करना मुश्किल होता है। यही नहीं सभी विदेशी ग्राहकों को चूना लगाते हैं। एक तो उन्हें पता ही नहीं चलता है कि उनके साथ धोखाधड़ी की जा रही है व दूसरा पता चलने के बाद भी शिकायत गुरुग्राम पुलिस तक नहीं पहुंचती। कई तरह से की जा रही है धोखाधड़ी

फर्जी कॉल सेंटरों के माध्यम से केवल सिस्टम में वायरस भेजने के बाद उसे ठीक करने के नाम पर ही नहीं बल्कि किसी को लॉटरी निकलने के बारे में फोन किया जाता है, किसी को विदेश में नौकरी लगवाने के लिए फोन किया जाता है, किसी को फायदे वाले कारोबार कराने को लेकर फोन किया जाता है। जो लोग झांसे में आ जाते हैं, उनसे पहले कुछ राशि जमा कराने के लिए कहा जाता है। दूसरे देशों के लोगों को चूना लगाने के लिए कॉल सेंटरों में कुछ कर्मचारी न केवल रात में डयूटी करते हैं बल्कि असली नाम के अतिरिक्त इंग्लिश नाम भी रखते हैं। फर्जी कॉल सेंटरों के मामले

- 22 जनवरी 2018 : शहर के विभिन्न इलाकों में चल रहे 10 फर्जी कॉल सेंटरों का भंडाफोड़

- 31 मार्च 2018 : उद्योग विहार इलाके में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

- छह जुलाई 2018 : उद्योग विहार में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर पकड़ा गया

- सात जुलाई 2018 : सोहना रोड जेएमडी मेगापॉलिस मॉल में फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश

- 29 जुलाई 2018 : उद्योग विहार इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

- 28 नवंबर 2018 को : शहर के विभिन्न इलाकों में चल रहे आठ फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश

- 27 मई 2019 : माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम से चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

- छह अगस्त 2019 : सेक्टर-37 में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

- तीन दिसंबर 2019 : सोहना रोड स्थित स्थित स्पेज आइटी पार्क में संचालित फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश

- 23 जनवरी 2020 : सेक्टर-18 में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

- तीन मार्च 2020 : उद्योग विहार इलाके में संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़

- नौ अगस्त 2020 : सोहना रोड स्थित जेएमडी मेगापॉलिस मॉल में संचालित फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ साइबर सिटी में पूरी दुनिया के लोग रहते हैं। ये लोग फर्जी कॉल सेंटरों के बारे में अपने देश के लोगों से चर्चा जरूर करते होंगे। इससे शहर की ही नहीं बल्कि देश की बदनामी हो रही है। इसका बेहतर उपाय यह है कि कॉल सेंटरों की पूरी जानकारी संबंधित थाने में हो। महीने में एक बार सेंटरों के संचालक संबंधित थाने में अपनी रिपोर्ट दें।

-- प्रदीप यादव, अध्यक्ष, हाइटेक इंडिया (आइटी एवं टेलीकॉम सेक्टर की कंपनियों का संगठन) फर्जी कॉल सेंटरों के बारे में जिस समय सूचना मिलती है, उसी समय छापेमारी की जाती है। लोगों से अपील है कि जहां कहीं भी उन्हें फर्जी कॉल सेंटर चलने का संदेह हो, पुलिस को सूचना दें। किसी भी कीमत पर गलत करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

- केके राव, पुलिस आयुक्त, गुरुग्राम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.