फॉलोअप: लिफ्ट ऑपरेटर के अपहरण के चार आरोपित गिरफ्तार
लिफ्ट ऑपरेटर का अपहरण करके फिरौती मांगने के मामले में चार आरोपितों को क्राइम ब्रांच सेक्टर-10 की टीम ने बुधवार शाम रोहतक जिले के गांव सांपला में दिल्ली-रोहतक फ्लाईओवर के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: लिफ्ट ऑपरेटर का अपहरण करके फिरौती मांगने के मामले में चार आरोपितों को क्राइम ब्रांच सेक्टर-10 की टीम ने बुधवार शाम रोहतक जिले के गांव सांपला में दिल्ली-रोहतक फ्लाईओवर के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान गांव सांपला निवासी सुनील व संजय, झज्जर जिले के गांव सिलानी निवासी संजीत एवं भिवानी जिले के ढाणी सरोगीयान निवासी अमनदीप के रूप में की गई। चारों के कब्जे से एक कार भी बरामद की गई। सुनील, संजय एवं संजीत ने अपहरण किया था जबकि अमनदीप साजिश में शामिल था। सभी को बृहस्पतिवार दोपहर अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन की रिमांड पर लिया गया है।
पिछले महीने गांव सीही में किराए पर रहकर लिफ्ट ऑपरेटर का काम करने वाले मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गांव रतनपुर डीह निवासी राजकुमार का गांव सीही के नजदीक से ही कार सवार तीन युवकों ने अपहरण कर लिया था। तीनों ने अपने आपको एसटीएफ का कर्मचारी बताया था। वे अपना नाम सुनील, संजय एवं संजीत ले रहे थे। अपहरण करने के बाद उन्हें सीधे सांपला ले गए। वहीं पर बस स्टैंड के नजदीक एक कमरे में बंद कर दिया था। कुछ देर बाद पिटाई करते हुए फोन पर राजकुमार के पापा से कहा कि अपने लड़के के खाते में दो लाख रुपये डलवा दो। तेरे लड़के का अपहरण कर रखा है। पैसे नहीं डालने पर उसे जान से मार देंगे। डरकर राजकुमार के पापा ने दो लाख रुपये डाल दिए। इस पैसे को सुनील ने अपने व अपनी बहन के खाते में ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद आरोपित राजकुमार के पापा से 50 हजार रुपये की मांग और करने लगे। पीड़ित के पापा ने फिर 45 हजार रुपये डलवा दिए। इस दौरान राजकुमार को दो जगह बंदी बनाकर रखा गया। 27 सितंबर की सुबह पीड़ित को एक हजार रुपये देकर बहादुरगढ़ के नजदीक आसोदा में छोड़कर कहा कि अपने घर बिहार चले जा। यहां दोबारा नहीं आना। तबीयत खराब होने की वजह से राजकुमार बिहार अपने गांव चले गए। वहां से बुधवार दोपहर लौटे फिर पुलिस को आरोपितों के बारे में पूरी जानकारी दी। जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच-10 के प्रभारी जितेंद्र कुमार ने टीम बनाई। टीम आरोपितों के ठिकाने पर पहुंची और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल सिंह ने बताया कि आरोपितों को दो दिन की रिमांड पर लिया गया है। इस दौरान उनसे दो लाख 45 हजार रुपये की रिकवरी की जाएगी।