बैंकों को निशाना बनाने वाला शातिर सरगना आया शिकंजे में
हरियाणा सहित कई राज्यों में घरों बैंकों से लेकर अन्य कार्यालयों में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम देने के तीसरे आरोपित चरखी दादरी जिले के गांव सांवड निवासी अनिल ने 16 वारदात करने की बात स्वीकार की है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: हरियाणा सहित कई राज्यों में घरों, बैंकों से लेकर कार्यालयों में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम देने के तीसरे आरोपित चरखी दादरी जिले के गांव सांवड़ निवासी अनिल ने 16 वारदात की बात स्वीकार की है। उसे क्राइम ब्रांच सेक्टर-40 की टीम ने बुधवार शाम दिल्ली एयरपोर्ट के नजदीक से गिरफ्तार किया है। उसे बृहस्पतिवार को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया गया है। इससे पहले दो आरोपितों प्रिस व राजेश को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीसरे आरोपित अनिल की गिरफ्तारी से साफ हुआ कि आरोपितों का नेटवर्क कई राज्यों में फैला है। गिरोह में कई गुर्गे हैं। अनिल गिरोह का सरगना था। यह पिछले 12 साल से सक्रिय था।
इसी महीने दो फरवरी को कोरियर सर्विस चलाने वाले दिलीप गुप्ता ने पुलिस में दी शिकायत में बताया था कि दो फरवरी को सुबह उनके कादरपुर रोड स्थित ऑफिस का ताला टूटा हुआ था। अंदर से लॉकर व डीवीआर गायब। लॉकर में 2.48 लाख रुपये थे। तभी से आरोपितों की तलाश की जा रही है। इनमें से तीन आरोपित काबू किए जा चुके हैं।
आरोपित अनिल ने किया स्वीकार
- इसी साल दो जनवरी को राजस्थान के रहने वाले अन्य साथियों व अपने छोटे भाई के साथ मिलकर गुरुग्राम जिले के बादशाहपुर स्थित डिलीवरी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कार्यालय का ताला तोड़कर लगभग ढाई लाख रुपये, सीसीटीवी कैमरे एवं डीवीआर चोरी की।
- 12 जनवरी की रात अपने साथियों के साथ मिलकर पटौदी स्थित एक डिलीवरी कंपनी के ऑफिस से दो रुपये एवं डीवीआर चोरी की।
- दिसंबर 2019 के अंतिम सप्ताह में अपने साथियों के साथ मिलकर गांव भांगरौला में होम डिलीवरी कोरियर के कार्यालय से लगभग सवा तीन लाख रुपये, सीसीटीवी कैमरे व डीवीआर चोरी की।
- वर्ष 2008 में अपने एक साथी के साथ मिलकर अपने ही गांव सांवड़ में बने ग्रामीण बैंक से चोरी की।
- वर्ष 2008 में ही अपने साथी के साथ मिलकर गुरुग्राम जिले के गांव वजीरपुर स्थित पंजाब एंड सिध बैंक में चोरीे की।
- वर्ष 2008 में ही आरोपी ने अपने ही सांवड़ स्थित ग्रामीण बैंक में दोबारा चोरी की।
- वर्ष 2008 में भिवानी जिले के रानिल्ला कोऑपरेटिव बैंक में चोरी की।
- वर्ष 2008 में साथी के साथ मिलकर गुरुग्राम जिले के गांव धनकोट स्थित ग्रामीण बैंक से 9 लाख रुपये की चोरी की।
- वर्ष 2008 में अपने साथी के साथ मिलकर उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ स्थित स्टेट बैंक इलाहाबाद में चार लाख रुपये की चोरी की।
- वर्ष 2008 में ही अपने साथी के साथ मिलकर उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में चोरी का प्रयास किया।
- वर्ष 2008 में ही अपने साथी सौरभ के साथ राजस्थान के जयपुर स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक से डेढ़ किलो सोना व सात लाख रुपये की चोरी की।
- वर्ष 2014 में अपने साथी मुकेश के साथ मिलकर मध्यप्रदेश के सयोपुर स्थित यूको बैंक से 22 लाख रुपये की चोरी की।
- वर्ष 2014 में ही अपने अन्य साथी सौरभ के साथ मिलकर हिमाचल प्रदेश के ऊना स्थित यूको बैंक से चोरी की।
- वर्ष 2017 में अपने साथी राजेश कीर के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित स्टेट बैंक से दो किलो सोना व दो लाख रुपये की चोरी की।
- वर्ष 2018 में अपने साथियों के साथ मिलकर आंध्रप्रदेश के आन्नतपुर स्थित स्टेट बैंक में से 36 लाख रुपये की चोरी की।
- 21, 22, एवं 23 फरवरी 2020 की रात अपने साथी गजराज, इशरा के साथ मिलकर तमिलनाडू के त्रीपुर स्टेट बैंक का लॉकर काटकर ढाई किलो सोना एवं लगभग 30 लाख रुपये की चोरी की। जल्द ही गिरोह में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार आरोपित अनिल से पूछताछ में काफी जानकारी सामने आ चुकी है। सभी घूम-घूम कर वारदात को अंजाम देते थे।
- प्रीतपाल, सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम), गुरुग्राम