राजीव नगर हादसे की जांच करेंगे कार्यकारी अभियंता
मारुति सब डिविजन क्षेत्र की राजीव नगर कालोनी में बिजली का ट्रांसफार्मर बदलने के दौरान हुए हादसे की विभागीय जांच कार्यकारी अभियंता करेंगे।
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर : मारुति सब डिविजन क्षेत्र की राजीव नगर कालोनी में बिजली का ट्रांसफार्मर बदलने के दौरान हुए हादसे की विभागीय जांच कार्यकारी अभियंता करेंगे। इस मामले में ट्रांसफार्मर बदलने के लिए परमिट लेकर बिजली आपूर्ति बंद नहीं किए जाने का आरोप है। सच्चाई जांच के बाद ही सामने आ पाएगी। सेक्टर-14 थाना पुलिस ने भी इस मामले में मृतक बिजलीकर्मी राजेश के पिता करण सिंह की शिकायत पर मारुति सब डिविजन की उपमंडल अभियंता, जेई, लाइनमैन और सुपरवाइजर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मारुति सब डिवीजन के रखरखाव और मरम्मत का काम निजी कंपनी जीवी इलेक्ट्रिकल को सौंप रखा है। सब डिविजन के अंतर्गत आने वाले राजीव नगर क्षेत्र में बिजली का ट्रांसफार्मर बदला जाना था। 18 जून को जीवी कंपनी के कर्मचारी राजेश कुमार दूसरे कर्मचारियों के साथ ट्रांसफार्मर बदलने पहुंचे। ट्रांसफार्मर बदलने के लिए क्रेन की मदद ली गई। क्रेन भी जीवी इलेक्ट्रिक कंपनी के कान्ट्रैक्ट पर बताई जा रही है। ट्रांसफार्मर बदलने के बाद क्रेन में लगी चेन आदि खोलने के दौरान क्रेन का हिस्सा ऊपर उठ गया। ट्रांसफार्मर बदलने के लिए पोल पर दो कर्मचारी चढ़े हुए थे। उनमें से एक कर्मचारी नीचे आ चुका था। दूसरा उतरने की तैयारी में था। उसी दौरान क्रेन का ऊपरी हिस्सा बिजली की 11 केवी लाइन से टच होने के बाद हादसा हो गया और एक कर्मचारी की मौत हो गई। हादसे के बाद बिजली कर्मचारियों में गहरा रोष है। कर्मचारियों का आरोप है कि ट्रांसफार्मर बदले के दौरान जेई को परमिट लेकर फीडर की बिजली आपूर्ति बंद करानी चाहिए थी। बिजली आपूर्ति बंद करा दी जाती तो यह हादसा नहीं होता। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने इस पूरे मामले की जांच कार्यकारी अभियंता को सौंपी है।