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नारी सशक्तिकरण: जरूरतमंद महिलाओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाने के लिए आगे आई सशक्त महिलाएं

हंस राज, नया गुरग्राम कहते हैं महिलाओं की समस्याओं को सबसे बेहतर महिलाएं ही समझ सकती

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 May 2018 06:34 PM (IST)Updated: Wed, 16 May 2018 07:37 PM (IST)
नारी सशक्तिकरण: जरूरतमंद महिलाओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाने के लिए आगे आई सशक्त महिलाएं
नारी सशक्तिकरण: जरूरतमंद महिलाओं को सेनेटरी पैड उपलब्ध करवाने के लिए आगे आई सशक्त महिलाएं

हंस राज, नया गुरग्राम

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कहते हैं महिलाओं की समस्याओं को सबसे बेहतर महिलाएं ही समझ सकती हैं। इसी बात को ध्यान में रखकर साइबर सिटी की कुछ सशक्त महिलाओं की टीम आगे आ रही हैं। शहर की एक लाख जरूरतमंद लड़कियों व महिलाओं को नि:शुल्क सेनेटरी पैड्स उपलब्ध करवाने के लिए फिटनेस फ्रीक युवाओं की संस्था यूनिवर्सल रनर मैराथन के साथ मिलकर यह समूह विभिन्न आयोजन कर रही है। मदर्स-डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के जरिए करीब बीस हजार सेनेटरी पैड्स जुटा चुकी हैं। इस प्रयास में यूनिवर्सल रनर की टीम को शहर के विभिन्न गैर-सरकारी संस्थाओं व आम नागरिकों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। मिल रहा है लोगों का सहयोग

महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस मुहिम की शुरूआत करने वाली सेक्टर-30 निवासी 28 वर्षीय कुहू अग्रवाल के मुताबिक इस अभियान को शहर वासियों का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है और विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग आगे आ रहे हैं। इसके अलावा शहर की गैर-सरकारी संस्था द अर्थ सेवियर फाउंडेशन, निर्मलम फाउंडेशन, वंडर विग्स, फिटनेस की पाठशाला, मीनाक्षी स्पार्क फिटनेस क्लब व निजी स्कूलों एवं अस्पतालों का भी सहयोग मिल रहा है। चला रही हैं जागरूकता अभियान

इस मुहिम से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि मलिन बस्तियों में सेनेटरी पैड पर बात करने को आज भी गंदा व अपवित्र माना जाता है। टीवी पर इसका विज्ञापन चलता है तो चैनल बदल दिया जाता है। इस परिवेश के बीच वहां की महिलाओं व युवतियों से इस पर बात करना भी आसान नहीं रहता है। महिलाएं बेझिझक अपनी बातें रख सकें इसके लिए शहर की ऐसी बस्तियों में जागरूकता अभियान भी चला रही हैं।

मैं रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजिस्ट हूं और कॉलेज के दिनों से ही महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को जानने और पढ़ने में मेरी रुचि रही है। यही कारण रहा कि दिल्ली-एनसीआर की कई संस्थाओं द्वारा महिला सशक्तीकरण को लेकर चलाए गए अभियान का भी हिस्सा रही। इस दौरान सेनेटरी पैड के उपयोग से अनभिज्ञ महिलाओं व युवतियों से बातचीत करने पर पता चला कि उन्हें न तो पीरियड्स के बारे में ज्यादा जानकारी है न ही उस दौरान की गंदगी से होने वाले नुकसान और समस्याओं के बारे में।

-कुहू राव, संस्थापक, यूनिवर्सल रनर


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