बिचौलियों को हटा किसानों को सीधे लाभ देने पर जोर : धनखड़
संवाद सहयोगी, पटौदी (गुरुग्राम): प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण तथा विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप
संवाद सहयोगी, पटौदी (गुरुग्राम): प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण तथा विकास एवं पंचायत मंत्री ओमप्रकाश प्रकाश धनखड़ ने बुधवार को पटौदी के गांव ऊंचा माजरा में फसल समूह विकास योजना को लांच किया। उन्होंने कहा कि इस योजना का मकसद बिचौलियों की मध्यस्थता को समाप्त करके किसानों की आय को दोगुना करना है। इस अवसर पर मंत्री ने इस योजना से जुड़ी पत्रिका का भी विमोचन किया।
क्या होगा इस योजना में:
कृषि मंत्री ने कहा इन कलस्टर सेंटरों में खाद, दवा, बीज उपलब्ध करवाया जाएगा तथा किसानों के खेतों की पैदावार की ग्रे¨डग व पै¨कग की जाएगी। इस योजना के तहत प्रदेश के 340 गांवों में 140 कलस्टर बनाए गए है जिनमें प्रत्येक कलस्टर पर एक क्राप कलस्टर सेंटर बनाया जाएगा। जिसके माध्यम से किसानों की खेती की पैदावार को भी बेचने में मदद की जाएगी। उन्होंने किसानों से कहा कि वे बीच में डबल मुनाफा कमाने वालों से बचें। उन्होंने कहा कि यदि किसान अपने खेतों की पैदावार के लिए सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ेंगे तो उन्हें अधिक मुनाफा होगा। यदि किसान बिना किसी संकोच के उपभोक्ताओं तक स्वयं अपनी पहुंच रखेंगे तो इससे जहां एक तरफ किसान को अधिक लाभ होगा वहीं उपभोक्ताओं को भी ताजी सब्जियां मिलेंगी। उन्होंने कहा कि यदि बिचौलियों की मध्यस्थता को समाप्त कर दिया जाए तो किसान की आमदनी पहले की अपेक्षा तीन गुना बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि आज किसान को अपने खेतों की पैदावार को स्वयं बेचने की कला सीखने की जरूरत है।
भावांतर योजना की तारीख बढ़ी:
भावांतर भरपाई योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करने की तिथि बढ़ाकर 28 फरवरी की गई। कृषि मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत टमाटर व प्याज के लिए किसानों के पंजीकरण की तिथि को बढ़ाकर 28 फरवरी कर दिया गया है। जिन किसानों ने अभी तक स्वयं को इस योजना के तहत पंजीकृत नही किया है वे स्वयं को पंजीकृत कर लें ताकि वे स्वयं को जोखिम मुक्त कर सकें। उन्होंने कहा कि भावांतर भरपाई योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है ताकि सब्जी काश्तकारों को जोखिममुक्त किया जा सके।
कार्यक्रम में पटौदी विधायक बिमला चौधरी, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष समय ¨सह भाटी, मार्केट कमेटी के चेयरमैन वीरेन्द्र यादव, बागवानी विभाग के महानिदेशक डा. अर्जुन ¨सह सैनी, संयुक्त निदेशक डॉ. जोगिन्दर ¨सह, डॉ. रणबीर ¨सह सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से जिला उद्यान अधिकारी व किसान उपस्थित थे।