एलिवेटेड रोड हादसा : अगले सप्ताह से कुछ कार्यों को करने की दी जा सकती है अनुमति
एलिवेटेड रोड हादसे की जांच तेजी से की जा रही है। इधर निर्माण कंपनी ने भी यातायात सुरक्षा को लेकर तैयारी तेज कर दी है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : एलिवेटेड रोड हादसे की जांच तेजी से की जा रही है। उम्मीद है कि कुछ दिनों के भीतर जांच पूरी हो जाएगी। इधर, निर्माण कंपनी ने भी यातायात सुरक्षा को लेकर तैयारी तेज कर दी है। इसे देखते हुए अगले सप्ताह से कुछ कार्यों को करने की अनुमति एनएचएआइ द्वारा दी जा सकती है। अनुमति देने से पहले एनएचएआइ की एक टीम गुरुग्राम पुलिस के साथ जांच करेगी।
पिछले महीने 22 अगस्त की रात गुरुग्राम-सोहना-अलवर हाईवे पर निर्माणाधीन एलिवेटेड रोड के पिलर नंबर 10 से 11 के बीच का स्लैब गिर गया था। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने चार सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर रखी है। कमेटी के सदस्य न केवल घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं बल्कि निर्माण कंपनी ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड से पूरी जानकारी भी हासिल कर ली है। उम्मीद की जा रही है जल्द ही हादसे की पूरी सच्चाई सामने आएगी। इधर, हादसे होने के बाद एनएचएआइ के तत्कालीन निदेशक एके शर्मा ने पूरे प्रोजेक्ट के निर्माण पर ही रोक लगा दी थी। रोक तब तक रहेगी जब तक निर्माण कंपनी यातायात सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी नहीं कर लेती है। बता दें कि गुरुग्राम-सोहना-अलवर हाईवे पर गुरुग्राम से लेकर सोहना तक चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। सुभाष चौक से लेकर बादशाहपुर के आगे तक पांच किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड का निर्माण चल रहा है। गुरुग्राम से बादशाहपुर तक हाईवे के चौड़ीकरण की जिम्मेदारी ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी के पास है। यातायात सुरक्षा की तैयारी पूरी होने के बाद कुछ कार्यों को करने की अनुमति दी जाएगी। खासकर उन कार्यों को करने की अनुमति दी जाएगी, जिनसे सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं। जहां तक एलिवेटेड रोड के निर्माण का सवाल है तो चार सदस्यीय जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि किस वजह से हादसा हुआ था। उस कमी को पहले दूर किया जाएगा।
- विकास मित्तल, प्रबंधक, एनएचएआइ, गुरुग्राम