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    महासमर: निर्दलीय अब्दुल गनी 1308 मतों से जीतकर बने थे सांसद

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 12 Mar 2019 04:03 PM (IST)

    पंजाब से अलग होकर हरियाणा एक नवंबर 1966 को स्वतंत्र राज्य बना इसके बाद वर्ष 1967 में लोकसभा के चुनाव हुए। इस आम चुनाव के दौरान गुड़गांव (अब गुरुग्राम) लोकसभा क्षेत्र सभी के आकर्षण का बड़ा केंद्र रहा। प्रत्येक राजनीतिक विश्लेषक द्वारा यह तय माना जा रहा था कि इस मुकाबले में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार जी. सिंह की जीत पक्की है। हर किसी के इस आकलन को ध्वस्त करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल गनी डार ने जीत दर्ज कर सभी को हतप्रभ कर दिया। हार-जीत के अंतर की ²ष्टि से भी इस चुनाव को लोग आज भी याद करते हैं। अब्दुल ने कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी जी. सिंह को मात्र 130

    महासमर: निर्दलीय अब्दुल गनी 1308 मतों से जीतकर बने थे सांसद

    यशलोक सिंह, गुरुग्राम

    पंजाब से अलग होकर हरियाणा एक नवंबर 1966 को नया राज्य बना। इसके बाद वर्ष 1967 में लोकसभा के चुनाव हुए। इस आम चुनाव के दौरान गुड़गांव लोकसभा सीट सभी के आकर्षण का बड़ा केंद्र रहा। राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा माना जा रहा था कि इस मुकाबले में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार जी. सिंह की जीत पक्की है। इस आकलन को ध्वस्त करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार अब्दुल गनी डार ने जीत दर्ज कर सभी को अचंभित कर दिया। हार-जीत के अंतर की ²ष्टि से इस चुनाव को लोग आज भी याद करते हैं। अब्दुल ने कांग्रेस प्रत्याशी जी. सिंह को मात्र 1,308 मतों से पराजित कर राजनीतिक क्षेत्र में हलचल मचा दी थी।

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    गुड़गांव लोकसभा सीट से वर्ष 1967 में कुल नौ उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अब्दुल गनी डार, जे. राय, डीसी जालान एवं एस कुमार मैदान में थे। कांग्रेस की ओर से जी सिंह, भारतीय जनसंघ से डीपी शास्त्री, रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया से एस. राय, मा‌र्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से जी. सिंह व व कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से जे. खान मैदान में थे।

    हर किसी की नजर इस वीआइपी सीट पर टिकी हुई थी। वैसे तो यह देश का चौथा आम चुनाव था, मगर हरियाणा बनने के बाद यह राज्य का पहला आम चुनाव था। उस समय के लोग बताते हैं कि शुरुआत में यह पता नहीं चल रहा था कि कांग्रेस प्रत्याशी का मुकाबला किससे होगा। मगर मतदान तिथि नजदीक आते-आते तय हो गया था कि कांग्रेस प्रत्याशी और अब्दुल के बीच टक्कर होगी।

    चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद हर कोई चौंक गया। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अब्दुल गनी कांग्रेस प्रत्याशी को हरा गुरुग्राम के सांसद बने। अब्दुल गनी को 88,326 वोट मिले थे जो कुल पोल हुए मतों का 25.28 प्रतिशत था। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जी. सिंह को 87,018 मत मिले जो कुल मतदान का 24.91 फीसद था। तीसरे स्थान पर भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी डीपी शास्त्री रहे। इन्हें कुल 50,166 वोट मिले जो कुल मतदान का 20.08 फीसद था। चौथे स्थान पर रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया के प्रत्याशी एस. राय रहे। उन्हें 11.80 फीसद मत प्राप्त हुए थे।