ऑटो रिक्शों पर लगे नेताओं के विज्ञापनों पर चला चाबुक
विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही अवैध राजनीतिक विज्ञापनों पर रविवार को चुनाव आयोग का चाबुक चला।
जागरण संवाददाता, बादशाहपुर: विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही अवैध राजनीतिक विज्ञापनों पर रविवार को चुनाव आयोग का चाबुक चला। सबसे पहले निशाने पर ऑटो रिक्शा पर लगे राजनेताओं के विज्ञापन रहे। शहर में चल रहे ऑटो रिक्शा पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं व राजनीतिक पार्टियों ने अपने अपने प्रचार के लिए विज्ञापन लगा रखे थे। करीब पांच सौ ऑटो रिक्शों से विज्ञापन हटा दिए गए। सोमवार को भी कार्रवाई जारी रहेगी। एक मोटे अनुमान के मुताबिक शहर में करीब दो हजार ऑटो ऐसे हैं जिनमें नेताओं की तस्वीर व अपील लिखी बैनर लगे हुए हैं।
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन न हों, इसके लिए चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी को विशेष निर्देश दिए हैं। प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने शनिवार को विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही सभी अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की थी। सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि चुनाव आचार संहिता का किसी भी तरीके से उल्लंघन नहीं होना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले सरकारी कार्यालयों में लगे चुनाव को प्रभावित करने वाले विज्ञापन आदि को हटाने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया था।
इसके साथ ही शहर में ऑटो रिक्शा या अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट और सार्वजनिक स्थलों पर लगे सभी राजनीतिक दलों के विज्ञापनों को 48 घंटे में हटाने के निर्देश दिए थे। सार्वजनिक स्थलों पर लगे बड़े-बड़े होर्डिंग व फ्लैक्स आदि को 72 घंटे में हटाने के निर्देश दिए गए। 24 घंटे का समय रविवार दोपहर 12 बजे पूरा हो गया जबकि सार्वजनिक स्थलों पर से राजनीतिक विज्ञापन हटाने की समय सीमा सोमवार दोपहर 12 बजे तक है। नगर निगम के साथ ही पोस्टर आदि हटाने के लिए नियुक्त निजी एजेंसी वशिष्ठ मैनपावर प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों ने रविवार को ऑटो रिक्शा पर लगे विज्ञापनों को हटाने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाया। इस अभियान में करीब 500 ऑटो रिक्शा से राजनीतिक दलों के विज्ञापन हटाए गए।
शहर में सभी ऑटो रिक्शा पर लगे राजनीतिक दलों व नेताओं के विज्ञापन व पोस्टर आदि हटा दिए गए। शहर में लगे बड़े होल्डिग व पोस्टर आदि को हटाने के लिए सोमवार को अभियान चलाया जाएगा। चुनाव आचार संहिता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
कमल गोयल, वशिष्ठ मैन पावर प्राइवेट लिमिटेड चुनाव आचार संहिता का किसी भी तरीके से उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा। सभी सरकारी कार्यालयों से चुनाव को प्रभावित करने वाले विज्ञापन आदि हटा दिए गए हैं। चुनाव आयोग के सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
संतलाल, तहसीलदार, चुनाव कार्यालय