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डॉक्टरों की अपील, स्वच्छ पर्यावरण के साथ मनाएं जश्न

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : दीपावली पटाखे रहित मनाई जाए, इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने शहर वासियों से अपील की है कि दीपावली सुख- समृद्धि का त्यौहार है और इसे पटाखे व नशा मुक्त मनाए। डॉक्टर ने कहा कि पटाखों से पर्यावरण नष्ट हो रहा है। पृथ्वी से कई पक्षियों की कई प्रजाति हो चुकी हैं। हम सभी को मिलकर एक प्रण करना होगा, जिससे हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। हमें अपनी खुशी से दूसरे जीव को नुकसान नहीं पहुंचाना है बल्कि उन्हें भी खुशी में शामिल करना है। दीपावली पर डॉक्टरों ने दैनिक जागरण के साथ अपनी अपील साझा की।

By JagranEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 03:16 PM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 03:16 PM (IST)
डॉक्टरों की अपील, स्वच्छ पर्यावरण के साथ मनाएं जश्न
डॉक्टरों की अपील, स्वच्छ पर्यावरण के साथ मनाएं जश्न

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : दीपावली पटाखे रहित मनाई जाए, इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों ने शहरवासियों से अपील की है कि दीपावली सुख- समृद्धि का त्यौहार है और इसे पटाखे व नशा मुक्त मनाए। डॉक्टर ने कहा कि पटाखों से पर्यावरण नष्ट हो रहा है। पृथ्वी से कई पक्षियों की कई प्रजाति खो चुकी हैं। हम सभी को मिलकर एक प्रण करना होगा, जिससे हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। हमें अपनी खुशी से दूसरे जीव को नुकसान नहीं पहुंचाना है बल्कि उन्हें भी खुशी में शामिल करना है। दीपावली पर डॉक्टरों ने दैनिक जागरण के साथ अपनी अपील साझा की। दीपावली त्योहार पूजा अर्चना करने व खुशी मनाने का त्यौहार है। इस पर शराब का सेवन कर झगड़ा न करें। अगर हम पर्यावरण का स्वच्छ रखते हैं तो स्वच्छ पर्यावरण हमारे ही काम आएगा।

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डॉ. मनीष राठी हमें एक बात समझनी होगी कि पर्यावरण की स्वच्छता हमारे लिए ही फायदेमंद है। पटाखे रहित दीपावली हमारी संस्कृति है। हमें आज दीपावली को उसी तरह मनाना चाहिए, जैसे वर्षों पहले हमारे दादा मनाते थे।

डॉ. प्रिया शर्मा दीपावली पर शराब का सेवन और झगड़ा करना हमारी संस्कृति नहीं है। हमें अपने त्योहार मनाने की संस्कृति को बचाकर रखना है। हमें पर्यावरण को बचाना है। यह एक की जिम्मेदारी नहीं है पूरे समाज की है।

डॉ. जय¨सह मलिक आज पर्यावरण हमारे लिए बिगड़ा हुआ है। वायु प्रदूषण इस कदर बढ़ा हुआ है कि हर रोज 40 सिगरेट पीने के बराबर सांस के द्वारा प्रदूषित हवा अंदर ले रहे हैं। हमें समझना होगा कि पर्यावरण को सांस लेने के लायक हम ही मिलकर बना सकते हैं।

डॉ. काजल कुमुद यह सही है कि दीपावली को लेकर बच्चों व युवाओं में बड़ा चाव होता है और उसकी तैयारी करते हैं लेकिन अगर हम अपने बच्चों को समझाए और बताएं कि हमारे दादा के समय दीपावली बिना पटाखों के मनाई जाती थी तो बच्चे भी उस नियम को मानने से इंकार नहीं करेंगे।

डॉ. नवीन कुमार बढ़ता प्रदूषण गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुंचा रहा है। आप सोच सकते हैं कि जब गर्भ में शिशु को कितना नुकसान हो रहा है तो 24 घंटे प्रदूषण में रहने वाले व्यक्ति को कितना नुकसान हो रहा होगा। दीपावली की खुशी फूलों व रंगों की रंगोली बनाने के साथ घी के दीये जला कर मनाए।

डॉ. ज्योति डबास


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