Move to Jagran APP

उदयपुर में हुए बर्बर कृत्य के विरुद्ध गुरुग्राम में हुआ प्रदर्शन

राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के विरोध में हिदू संगठनों की ओर से बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jun 2022 08:30 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jun 2022 08:30 PM (IST)
उदयपुर में हुए बर्बर कृत्य के विरुद्ध गुरुग्राम में हुआ प्रदर्शन
उदयपुर में हुए बर्बर कृत्य के विरुद्ध गुरुग्राम में हुआ प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैयालाल की जघन्य हत्या के विरोध में हिदू संगठनों की ओर से बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया गया। शाम को विभिन्न संगठनों के लोग कमला नेहरू पार्क के समीप एकत्र हुए और नारेबाजी करते हुए डाकखाना चौक पहुंचे। यहां पर हत्यारोपियों के पुतले जलाने के बाद नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम दिए ज्ञापन में संगठनों की ओर से मांग की गई कि बर्बर कृत्य करने वाले आरोपितों के खिलाफ छह माह में अदालत क सुनवाई पूरी कर फांसी की सजा सुनाई जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जाए। राजस्थान सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की। प्रदर्शन करने वालों में महावीर भारद्वाज, अजीत यादव, कुलभूषण भारद्वाज ब्रह्म कौशिक, यशवंत शेखावत, सुरेंद्र तंवर, सहित कई लोग शामिल थे।

मानेसर में हिदू संगठनों की तरफ से इस घटना के विरोध में पैदल मार्च निकाला गया और पुतला दहन किया गया। हिदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने मानेसर पुलिस थाना में तैनात उप निरीक्षक अंकित ज्ञापन सौंपा। हिदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री से मांग की कि परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। डा. धर्मेंद्र मानेसर, देवेंद्र यादव, मोनू मानेसर, राव दमन सिंह और कैलाश यादव ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाने का कार्य किया जाना चाहिए। राजस्थान की सरकार के खिलाफ भी केंद्र सरकार सख्त कदम उठाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.