Move to Jagran APP

कच्चे माल की कीमत बढ़ी, फर्नीचर उद्योग पर संकट

कच्चे माल की बढ़ती जा रही कीमतों से देश भर के उद्योगों की चिता गहरी हो गई है। कोविड-19 के प्रभाव से उबरने का जी जान से प्रयास कर रहे उद्योग जगत को यह बैकफुट पर धकेलने वाला साबित हो रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 06:46 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 08:59 PM (IST)
कच्चे माल की कीमत बढ़ी, फर्नीचर उद्योग पर संकट
कच्चे माल की कीमत बढ़ी, फर्नीचर उद्योग पर संकट

यशलोक सिंह, गुरुग्राम

loksabha election banner

कच्चे माल की बढ़ती जा रही कीमतों से देश भर के उद्योगों की चिता गहरी हो गई है। कोविड-19 के प्रभाव से उबरने का जी जान से प्रयास कर रहे उद्योग जगत को यह बैकफुट पर धकेलने वाला साबित हो रहा है। फर्नीचर उद्योग की बात की जाए तो इसकी कमर ही टूटती जा रही है। यहां उत्पादन लागत में लगभग 55 प्रतिशत तक का भारी भरकम इजाफा हो गया है। फर्नीचर मैन्यूफैक्चरिग क्षेत्र के निर्यातकों को अपने विदेशी आर्डर को रद करना पड़ रहा है।

फर्नीचर निर्यातकों का कहना है कि लोहा, स्टील, प्लास्टिक और रबर से संबंधित कच्चे माल की जरूरत उन्हें होती हैं। पिछले कुछ ही माह में इन सभी की कीमत अत्यधिक बढ़ गई है। इनका कहना है कि आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने को लेकर केंद्र सरकार ने चीन से आयात होने वाले रबर, स्टील, एल्यूमिनियम और प्लास्टिक जैसे कच्चे माल पर एंटी डंपिग बढ़ा दी है जिसका फायदा इन कच्चे माल के उत्पादक उठा रहे हैं। फर्नीचर उद्योग से जुड़े एक उद्यमी का कहना है कि ऐसे लोगों पर नियंत्रण करना जरूरी है। ऐसा नहीं होगा तो घरेलू उद्योग धंधे बंद होने की कगार पर हो जाएंगे। वहीं, निर्यात पर भी इसका काफी बुरा प्रभाव पड़ेगा। कच्चा माल-पहले भाव-वर्तमान भाव

कोल्ड रोल्ड स्टील कोइल्स-42-74

रबर-115-155

पीपी-77-114

पीवीसी-104-158

एसएस-202 कोइल्स-100-125

एबीएस-118-260

कापर-525-620

जिक आक्साइड-135-185

(नोट : भाव रुपये प्रति किलोग्राम में) आत्मनिर्भर भारत के लिए चीन से आयात होने वाले कच्चे माल पर एंटी डंपिग लेवी लगाना अच्छी बात है। ऐसा करने के साथ-साथ सरकार को यह भी देखना चाहिए कि देश के अंदर कच्चे माल का मूल्य नियंत्रित रहे। देश में इनके भाव लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे फर्नीचर उद्योग में उत्पादन 55 प्रतिशत तक बढ़ गया है। निर्यात में घाटा उठाना पड़ रहा है। इस कारण आर्डर को दर करना पड़ रहा है।

संजीव बंसल, प्रबंध निदेशक, विनायक इंटरनेशनल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.