टेस्ट में कोरोना नेगेटिव, कागजों में दिखा दिया पॉजिटिव
सेक्टर-14 आरडब्ल्यूए के महासचिव संजीव अग्रवाल ने लोगों की भलाई के लिए अपनी आरडब्ल्यूए में कोरोना जांच शिविर लगवाया। सबसे पहले अपना ही टेस्ट कराया। टेस्ट में रिपोर्ट नेगेटिव आई मगर अगले दिन संजीव अग्रवाल और उनका परिवार उस समय भौचक्का रह गया जब नगर निगम ने उनके घर पर कोरोना पॉजिटिव होने की चेतावनी नोटिस चिपका दी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम
सेक्टर-14 आरडब्ल्यूए के महासचिव संजीव अग्रवाल ने लोगों की भलाई के लिए अपनी आरडब्ल्यूए में कोरोना जांच शिविर लगवाया। सबसे पहले अपना ही टेस्ट कराया। टेस्ट में रिपोर्ट नेगेटिव आई, मगर अगले दिन संजीव अग्रवाल और उनका परिवार तब चकित रह गया, जब नगर निगम ने उनके घर पर कोरोना पॉजिटिव होने की चेतावनी नोटिस चिपका दी। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की लापरवाही का सिलसिला यहीं नहीं थमा। उनके परिवार के सात लोगों को भी कोरोना पॉजिटिव बता दिया गया।
आरडब्ल्यूए ने लोगों की कोरोना की जांच करने के लिए सेक्टर 14 में कैंप लगाया। इस कैंप में सुखराली स्वास्थ्य केंद्र की टीम जांच करने पहुंची। कैंप में सबसे पहले आरडब्ल्यूए के महासचिव संजीव अग्रवाल ने अपना टेस्ट कराया। डॉक्टरों ने उनकी रिपोर्ट नेगेटिव बताई। उसके बाद दूसरे नंबर पर जिसने टेस्ट कराया, उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव बताई गई। संजीव अग्रवाल ने बताया कि वह रिपोर्ट नेगेटिव आने पर बिल्कुल निश्चित थे। दूसरे दिन नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उनको फोन आया कि वह कोरोना पॉजिटिव है। आज उनके घर पर नगर निगम ने कोरोना पॉजिटिव केस होने की नोटिस लगा दी। इसमें परिवार के सात सदस्य कोरोना पॉजिटिव होने का उल्लेख किया गया है, जबकि उनके परिवार के किसी भी व्यक्ति का टेस्ट हुआ ही नहीं। दूसरे नंबर पर जिस व्यक्ति ने टेस्ट कराया था, उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उसके परिवार के भी तीन सदस्य को कोरोना पॉजिटिव बता दिया गया। संजीव अग्रवाल ने बताया कि जब उन्होंने इस बारे में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग में बातचीत की, तो उन्हें बताया गया कि यह गलती से हो गया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। न्यू पालम विहार में भी दूसरे के घर नोटिस चिपका दिया गया था।