Move to Jagran APP

कोरोना संकट से गर्मी में बढ़ेगी पानी की मांग

कोरोना संकट की वजह से गर्मी के दौरान पानी की मांग बढ़ने की संभावना है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Mar 2020 07:47 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 06:14 AM (IST)
कोरोना संकट से गर्मी में बढ़ेगी पानी की मांग
कोरोना संकट से गर्मी में बढ़ेगी पानी की मांग

आदित्य राज, गुरुग्राम

loksabha election banner

कोरोना संकट की वजह से गर्मी के दौरान पानी की मांग बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए सिचाई विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। जहां नहरी पानी की आपूर्ति बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा वहीं लोगों को पानी का आवश्यकतानुसार उपयोग करने के लिए जागरूक भी किया जाएगा।

सिचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता डॉ. शिव सिंह रावत का कहना है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए लोगों को साबुन एवं पानी से हर बार 20 सेकंड तक हाथ धोने के लिए विशेषज्ञ प्रेरित कर रहे हैं। यह अच्छी बात है लेकिन लोगों को हाथ धोने के दौरान पानी का कम से कम इस्तेमाल करने के लिए भी जागरूक करना होगा। एक खुले नल से 20 सेकंड में चार से पांच गिलास पानी खर्च होता है जो कि लगभग डेढ़ लीटर होता है। यदि यह मान लिया जाए कि एक व्यक्ति कोरोना की वजह से दिन में 15 से 20 बार हाथ धोता है जबकि आम दिनों में वह पांच से 10 बार हाथ धोता था, तो इसका मतलब यह हुआ कि कोरोना की वजह से वह लगभग 10 बार अधिक हाथ धो रहा है। इस तरह प्रतिदिन लगभग 15 लीटर प्रति व्यक्ति अतिरिक्त पानी खर्च हो रहा है। यदि एक परिवार में पांच व्यक्ति के हिसाब से देखें तो लगभग 75 लीटर अतिरिक्त पानी रोजाना एक परिवार को चाहिए।

गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के दायरे में आने वाले इलाकों में लगभग 600 एमएलडी (245 क्यूसेक) नहरी पानी दिया जा रहा है। अप्रैल, मई एवं जून के दौरान गर्मी काफी अधिक रहती है। इस वजह से पानी की मांग अधिक रहने की संभावना है। इसे देखते हुए आगे न केवल पानी की आपूर्ति बढ़ाने की तैयारी चल रही है बल्कि लोगों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक भी किया जाएगा। जितनी जरूरत उतना ही करें इस्तेमाल

डॉ. शिव सिंह रावत कहते हैं कि जितनी जरूरत है उतना ही पानी का इस्तेमाल लोग करें। हाथ धोते समय पानी के नल को बीच में बंद कर दिया जाए तो शायद 15 लीटर की जगह पांच लीटर में ही काम चल जाएगा। लॉकडाउन के दौरान लोग अपने बच्चों को पानी के सदुपयोग के बारे में न केवल बताएं बल्कि उनकी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। पानी की हर बूंद को बचाकर उसका सदुपयोग किया जाए। आरओ के पानी को गाड़ी धोने, बगीचे में या कपड़े धोने में प्रयोग में लाएं। पानी की टोटी सही से बंद करें। ब्रश करते वक्त टोंटी बंद रखें। नहाने के लिए शावर का प्रयोग न करें बल्कि बाल्टी से पानी लें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.