एनएसजी कमांडो ने दिखाए हैरतअंगेज कारनामे
मानेसर के नेशनल सिक्योरिटी गार्ड परिसर स्थित मेजर उन्नीकृष्णन ग्राउंड में मंगलवार को कर्त्तव्य निष्ठा, जाबांजी और राष्ट्र के प्रति समर्पण का अछ्वुत नजारा देखने को मिला। अवसर था एनएसजी के 34वें राइ¨जग डे (स्थापना दिवस) का। एनएसजी कमांडो एवं उनके द्वारा प्रशिक्षित किए गए के-9 डॉग्स (कुत्तों) के हैरतअंगेज कारनामों ने मौके पर मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद देश के गृहमंत्री राजनाथ ¨सह भी उनके कारनामों से काफी प्रभावित हुए। जिसकी उन्होंने अपने संबोधन के दौरान सराहना भी की। कमांडों किस प्रकार से आतंकी हमलों के दौरान अपना ऑपरेशन करते हैं इसका डेमो भी सभी के समक्ष प्रस्तुत किया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मानेसर के नेशनल सिक्योरिटी गार्ड परिसर स्थित मेजर उन्नीकृष्णन ग्राउंड में मंगलवार को कर्तव्यनिष्ठा, जांबाजी और राष्ट्र के प्रति समर्पण का अद्भुत नजारा देखने को मिला। अवसर था एनएसजी के 34वें स्थापना दिवस का। एनएसजी कमांडो एवं उनके द्वारा प्रशिक्षित किए गए के-9 डॉग्स के हैरतअंगेज कारनामों ने मौके पर मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ ¨सह भी उनके कारनामों से काफी प्रभावित हुए, जिसकी उन्होंने अपने संबोधन के दौरान सराहना भी की। कमांडो किस प्रकार से आतंकी हमलों के दौरान अपना ऑपरेशन करते हैं, इसका डेमो भी सभी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान एनएसजी के महानिदेशक सुदीप लखटकिया ने कहा कि पिछले 34 सालों से एनएसजी राष्ट्रीय सुरक्षा के काम में लगी हुई है। एनएसजी के कमांडो कभी हार नहीं मानते हैं। वह निडर, निर्मम एवं निस्वार्थ होकर राष्ट्र की सुरक्षा करते हैं। एनएसजी का मूल मंत्र सर्वत्र सर्वोत्तम सुरक्षा है। डीजी ने प्रधानमंत्री द्वारा एनएसजी के स्थापना दिवस पर दिए गए संदेश को पढ़कर लोगों को सुनाया। इसके बाद गृहमंत्री ने एनएसजी के शहीद 19 कमांडो के परिजनों को सम्मानित किया। डोगरा रेजिमेंट के बैंड का प्रदर्शन सूबेदार जयराम के नेतृत्व में काफी शानदार रहा। दीवार पर चढ़ने की विभिन्न तकनीकों का भी कमांडो ने प्रदर्शन किया। वहीं गन फाय¨रग के भी कई कारनामे दिखाए गए। शीशे में लक्ष्य का प्रतिबिंब देखकर सटीक निशाना लगाने की कमांडो की अद्भुत दक्षता ने सभी को हैरत में डाल दिया।
आतंकियों द्वारा आंध्र प्रदेश श्रीहरिकोटा स्थित इसरो के सेटलाइट लांचिंग सेंटर पर आतंकियों के कब्जे का डेमो कमांडो ने दिखाया। इसमें जल, थल एवं आकाश मार्ग से एक साथ एनएसजी आतंकियों पर टूट पड़े। देखते ही देखते उन्हें ढेर कर सेंटर को सफलता के साथ मुक्त करा लिया। यहां आतंकियों द्वारा रासायनिक हथियार का भी इस्तेमाल किया जाना था। इस हथियार को किस प्रकार से यूएवी कोबरा द्वारा कैसे नष्ट किया यह भी दिखाया गया। इसके माध्यम से यह दिखाया गया कि एनएसजी रासायनिक हथियारों से निपटने में भी सक्षम है। के-9 डॉग्स की चतुराई, दक्षता और कार्यक्षमता का भी प्रदर्शन किया गया। आज के-9 एनएसजी की बड़ी ताकत है। एनएसजी के डीजी ने गृहमंत्री को बताया कि सुरक्षा के अलावा एनएसजी केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं में भी शिरकत कर रहा है। इन्हें मिला सम्मान
विशिष्ट सेवा के लिए बीएसएफ के आइजी राकेश अग्रवाल, पुलिस पदक सराहनीय सेवा के लिए फोर्स कमांडर क्लोज प्रोटेक्शन फोर्स के शालीन, पुलिस पदक सराहनीय सेवा के लिए ग्रुप कमांडर हेडक्वार्टर एनएसजी के संजय पंत, पुलिस मेडल बीएसएफ के ग्रुप कमांडर विकास मोहन ¨सह सहित अन्य को गृहमंत्री राजनाथ ¨सह द्वारा विभिन्न मेडल से सम्मानित किया गया।