औद्योगिक क्षेत्र के पास खुले में डाली जा रही कोयले की राख
आइएमटी मानेसर की औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाली कोयले की राख को सड़कों के किनारे पर ही डाला जा रहा है।
जागरण संवाददाता, मानेसर: आइएमटी मानेसर की औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाली कोयले की राख को सड़कों के किनारे पर ही डाल दिया जा रहा है। कंपनियों के ट्रैक्टर आइएमटी की सड़कों पर राख डाल दे रहे हैं। पटौदी रोड से आइएमटी में आने वाली सड़क पर दोनों तरफ इस राख के ढेर लगाए गए हैं। ट्रैक्टर इस राख को डालने के सड़क के किनारों को भी तोड़ देते हैं।
पटौदी रोड से सड़क के दोनों तरफ यह राख डालकर सड़क पर गंदगी फैलाई गई है। सड़क से गुजरने वाले लोगों और यहां रहने वाले लोगों के लिए यह राख काफी नुकसानदायक साबित हो रही है। वाहन चालकों की आंखों में धूल के रूप में जाकर नुकसान कर रही है। कई बार तो इस सड़क पर इस ढेर के कारण वाहन हादसे का भी शिकार हो चुके है।
गांव कांकरौला निवासी राजेंद्र सिंह, भीम सिंह और भांगरौला निवासी सुमित, जोगेंद्र सिंह का कहना है कि इस तरह से सड़क किनारे डाली जाने वाली राख पर प्रशासन द्वारा रोक लगाई जानी चाहिए। इस सड़क पर जाने वाले ट्रैक्टर चालकों को उड़ती हुई इस राख से आगे निकलने में काफी परेशानी होती है। सेक्टर-आठ से से गांव बास लांबी की तरफ जाने वाली सड़क पर भी ऐसे ही खुले में कोयले की राख डाली जा रही है। गांव ढाणा के लोगों ने इसको लेकर शिकायतें भी की हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस तरह से खुले में कोयले की राख डालने से जमीन को काफी नुकसान होता है। एसोसिएशन की तरफ से प्रदेश सरकार और एचएसआइडीसी को पत्र लिख कर कचरा जलाने और खुले में कोयले की राख डालने पर रोक लगाने की मांग की जाएगी। सरकारी विभागों से भी पत्र लिख कार्रवाई करने की मांग की जाएगी।
मनोज त्यागी, महासचिव, आइएमटी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन, मानेसर