लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के दो आरोपित गिरफ्तार
गाड़ी खरीदने हेतु लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के दो आरोपित को क्राइम ब्रांच सेक्टर-40 की टीम ने बृहस्पतिवार शाम गुड़गांव गांव से गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गाड़ी खरीदने हेतु लोन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के दो आरोपित को क्राइम ब्रांच सेक्टर-40 की टीम ने बृहस्पतिवार शाम गुड़गांव गांव से गिरफ्तार किया है। उनकी पहचान दिल्ली के आंबेडकर में रह रहे मूल रूप से बिहार के बक्सर जिले के गांव सगरा निवासी प्रेम प्रकाश एवं दिल्ली के पश्चिम विहार निवासी राजीव ढींगरा के रूप में की गई। दोनों के कब्जे से एक कार, 10 फर्जी आधार कार्ड, 11 मोबाइल व काफी संख्या में फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए।
प्रारंभिक पूछताछ के मुताबिक आरोपित किसी कार की एजेंसी में जाकर वहां लोन पर नई कार लेने आए लोगों के मोबाइल नंबर व पता ले लेते थे। फिर उनके पास फोन करके उन्हें सस्ते ब्याज पर एसबीआइ से लोन दिलाने की बात करते थे। अगले दिन लोन स्वीकार होने की बात कहकर उनसे कैंसिल चेक लेते थे। कैंसिल चेक पर हस्ताक्षर करवा लेते थे। इसके बाद चेक को मैजिक पैन से भरते थे। बाद में लाइट मशीन से भरे हुए चेक पर लिखे हुए को मिटा देते थे। फिर अपने आप उसमें रकम भरकर बैंक से पैसे निकाल लेते थे। बैंक में फर्जी आइडी (इनके द्वारा पहले से तैयार की गई फर्जी आइडी) दिखा देते थे। ऐसे सामने आया मामला
सेक्टर-पांच निवासी संदीप सैनी को नई क्रेटा कार खरीदनी थी। पांच अक्टूबर को एक युवक ने फोन करके कहा कि वह एसबीआइ से बोल रहा है। वह एसबीआइ से सस्ते दर पर लोन दिलवा देगा। इसके बाद संदीप ने एसबीआइ का कर्मचारी बताने वाले के वाट्सएप पर दस्तावेज भेज दिया। दस्तावेज लेने के बाद सात अक्टूबर को फोन करके कहा कि 16 लाख 50 हजार रुपये का लोन स्वीकार हो गया है। इस पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत रहेगी। आपको गाड़ी लेने के लिए दो लाख 70 हजार रुपये भरने होंगे। इसमें दो लाख 45 हजार रुपये का चेक एवं बाकी नगदी देने होंगे। 9 अक्टूबर को एक चेक 25 हजार 300 रुपये का एवं एक कैंसिल चेक ले लिया। इसके बाद दोनों यह कहते हुए चले गए कि आपको दिल्ली के सेक्टर-20 स्थित सपरा हुंडई से कार लेनी है। 13 अक्टूबर को जब वह एजेंसी में पहुंचे तो वहां बताया गया कि कार बुक ही नहीं है। कुछ समय बाद उनके खाते से एक लाख 50 हजार रुपये कट गए। जब संदीप ने दोनों को फोन किया तो उनका फोन बंद था। फिर उन्होंने 22 अक्टूबर को पालम विहार थाने में शिकायत दी। शिकायत सामने आते ही छानबीन शुरू की गई। सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल का कहना है कि आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पता किया जा रहा है कि दोनों कबसे ऐसी हरकत कर रहे थे और कितने लोगों के साथ धोखाधड़ी की।