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फेस्टिवल सीजन से ऑटोमोबाइल क्षेत्र के आएंगे अच्छे दिन!

कोविड-19 महामारी ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र को काफी हद तक पीछे धकेल दिया था। अप्रैल वाहनों के उत्पादन से लेकर बिक्री के मामले में जीरो ही रहा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 01 Sep 2020 07:08 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2020 07:08 PM (IST)
फेस्टिवल सीजन से ऑटोमोबाइल क्षेत्र के आएंगे अच्छे दिन!

यशलोक सिंह, गुरुग्राम

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कोविड-19 महामारी ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र को काफी हद तक पीछे धकेल दिया था। अप्रैल वाहनों के उत्पादन से लेकर बिक्री के मामले में जीरो ही रहा। औद्योगिक अनलॉक का दौर शुरू होने के साथ ही माह-दर-माह ऑटोमोबाइल क्षेत्र की सेहत में सुधार की प्रक्रिया शुरू हो गई, जो अब वाहनों के उत्पादन के मामले में अपने शिखर की ओर जाने के लिए अग्रसर है। अब इंतजार है वाहनों की बिक्री बढ़ाने की।

कोरोना काल होने के बावजूद साइबर सिटी के ऑटोमोबाइल क्षेत्र से संबंधित उद्यमियों को फेस्टिवल सीजन से काफी उम्मीदें हैं। उन्हें लग रहा है कि 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे शरद नवरात्र से बाजार में बाइक और कारों की मांग में भारी तेजी आएगी। यही कारण है कि इस क्षेत्र में फेस्टिवल सीजन को लेकर अभी से ही तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। वहीं ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ऑटो कंपनियां रणनीति भी तैयार कर रही हैं।

कोरोना संकट के दौर में ऑटोमोबाइल क्षेत्र को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। यह क्षेत्र अब अपने नुकसान की भरपाई फेस्टिवल सीजन से करना चाहता है। हर साल के ट्रेंड पर नजर डाली जाए तो नवरात्र में वाहनों की बिक्री देश भर में बढ़ जाती है। यही कारण है कि चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल में ऑटोमोबाइल क्षेत्र की नजर फेस्टिवल सीजन पर टिकी हुई है। इसलिए यह क्षेत्र अपने लिए अवसर बनाने के प्रयास को पूरी तन्मयता से जुटा हुआ है।

अधिक से अधिक ग्राहकों को शोरूम तक लाने के लिए ऑटोमोबाइल कंपनियां ग्राहकों को भरपूर छूट और ऑफर देने की दिशा में विचार कर रही हैं। ऑटोमोबाइल कंपनी के एक अधिकारी का कहना है कि यह फेस्टिवल सीजन ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। ग्राहकों को कैसे आकर्षित किया जाए, उन्हें वाहनों की खरीद के लिए किस प्रकार से आकर्षित किया जाए, इसे लकर गहन रणनीति पर काम चल रहा है।

उद्यमियों का कहना है कि केंद्र सरकार के लिए भी यही सही समय है जब वह ऑटोमोबाइल क्षेत्र की बेहतरी के लिए कुछ विशेष कर सकती है। डीएम ऑटोमोटिव कंपनी के प्रबंध निदेशक दीपक मैनी का कहना है कि यही समय है जब केंद्र सरकार ऑटोमोबाइल पर प्रभावी 28 प्रतिशत जीएसटी दर को घटाकर 18 फीसद कर दे। यदि ऐसा होता है तो यह इस क्षेत्र के लिए काफी क्रांतिकारी हो सकता है, क्योंकि जीएसटी पर छूट और फेस्टिवल सीजन मिलकर बाजार में वाहनों की मांगा को तेजी से बढ़ाने का काम करेंगे। दीपक का कहना है कि सरकार जीएसटी दर में कमी उत्पादन से लेकर सेल प्वाइंट तक करे, तभी इसका ठीक-ठीक फायदा मिलेगा। फेस्टिवल सीजन

- 17 अक्टूबर शरद नवरात्र

- 24 अक्टूबर दुर्गा पूजा

- 25 अक्टूबर दशहरा

- 04 नवंबर करवाचौथ

- 13 नवंबर धनतेरस

- 14 नवंबर दीपावली

- 15 नवंबर गोवर्धन पूजा

- 16 नवंबर भाई दूज

- 20 नवंबर छठ पूजा ऑटोमोबाइल क्षेत्र में फिर से पुराना उत्साह लौटाने का काम फेस्टिवल सीजन करेगा। इस क्षेत्र को इसका पूरा भरोसा है। वाहनों के उत्पादन के मामले में स्थिति तेजी से सामान्य हुई है। अब बाजारों में मांग का स्तर बढ़ाने लिए आने वाला फेस्टिवल सीजन बड़ी भूमिका निभाने वाला साबित होगा। यही समय है जब केंद्र सरकार ऑटोमोबाइल क्षेत्र पर प्रभावी जीएसटी दर को 28 से घटा कर 18 फीसद कर दे तो फेस्टिवल सीजन ऑटो क्षेत्र के लिए सोने पर सुहागा हो जाएगा।

एसके आहूजा, महासचिव, गुड़गांव चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री कोविड-19 महामारी ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र को काफी पीछे तक धकेल दिया था। मगर अब उत्पादन के मामले में स्थिति में तेजी से सुधार हुआ है। मारुति जैसी देश की बड़ी कार निर्माता कंपनी के प्लांट में उत्पादन कोरोना से पूर्व की तरह से हो गया है। वहीं हीरो और होंड़ा जैसे दोपहिया वाहन निर्माता कंपनियों में भी उत्पादन पूरी लय में आ चुका है। ऐसे में आने वाला फेस्टिवल सीजन वाहनों की बिक्री के मामले में बड़ी खास भूमिका निभाएगा।

मनोज जैन, निदेशक, सुप्रीम रबर


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