अटल स्मृति .. पत्र लिखकर दिया था मुझे समर्थन
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के देहांत पर सन्मार्ग विश्व ब्राह्मण महासंघ के चेयरमैन पं. मांगे राम शर्मा ने कहा कि महान व्यक्तित्व के धनी प्रखर वक्ता, इतिहास पुरुष का गोलोकवास हम सब भारतीयों के लिए महान क्षति है। उनके विचार सदैव अमर रहेंगे। राजनीति में ऐसा व्यक्तित्व दुर्लभ है। मैं उनसे कई बार मिला हूं। वे मुझे पहचानते थे, काफी समय बाद मिलने पर भी वे बहुत ही आत्मियता से मिलते थे। हरियाणा से भी उन्हें काफी लगाव था। 1974-75 में जब वे विपक्ष के नेता थे भाषा-भारती के दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर हमलोगों ने आमंत्रित किया था। इसके बाद वर्ष 2000 में जब वे देश के प्रधानमंत्री थे तब मैं आरक्षण मुक्ति यात्रा निकाली थी।
पूनम, गुरुग्राम
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के देहांत पर सन्मार्ग विश्व ब्राह्मण महासंघ के चेयरमैन पं. मांगे राम शर्मा ने कहा कि महान व्यक्तित्व के धनी प्रखर वक्ता, इतिहास पुरुष का निधन हम सब भारतीयों के लिए महान क्षति है। उनके विचार सदैव अमर रहेंगे। मैं उनसे कई बार मिला हूं। काफी समय बाद मिलने पर भी वे बहुत ही अच्छे से मिलते थे। हरियाणा से भी उन्हें काफी लगाव था। 1974-75 में जब वे विपक्ष के नेता थे, तब भाषा-भारती के दिल्ली में आयोजित सम्मेलन में उन्हें मुख्य अतिथि के तौर पर हमलोगों ने आमंत्रित किया था।
इसके बाद वर्ष 2000 में जब वे देश के प्रधानमंत्री थे तब मैंने आरक्षण मुक्ति यात्रा निकाली थी। हमने गिरफ्तारियां दी, अगले दिन उनके पीए बाला सुब्रह्णयम का फोन आया कि अटल जी ने आपको बुलाया है। वे आपको जानते हैं मैंने कहा कि अकेले नहीं दो तीन जानकार लोगों को लेकर आऊंगा। मैं जब उनसे मिलने गया तो उन्होंने कहा कि शर्मा जी मैं तो रोहतक गया हूं आपके घर। आपसे मिला हूं। आपके पिता संस्कृत के विद्वान थे। मैंने कहा आपके बाल भी सफेद हो गए हैं और मेरे भी सफेद हो गए हैं। मैंने यह कहा कि जातिगत आरक्षण के कारण देश में 28 करोड़ मतदाता चुनाव में खड़े होने के अधिकार से वंचित हैं। आप संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में दस्तख्त करके आए हैं कि लोकतंत्र में हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का अधिकार होता है। चुनाव में जातिगत आरक्षण है और फिर दस साल के लिए संसद उसे आगे बढ़ा देगी। उन्होंने कहा कि भाई शर्मा जी आप आयु में मुझसे छोटे हैं। मेरी 24 पार्टियों की मिली जुली सरकार है। स्वतंत्र सरकार आएगी तो देखेंगे। उन्होंने हमें सुप्रीम कोर्ट जाने की सलाह दी।
जब मैं वर्ल्ड ब्राह्मण फेडरेशन की बैठक में अमेरिका जा रहा था तो मुझे उन्होंने पत्र लिखकर समर्थन दिया था। मैंने अटल जी के उस पत्र को सहेज कर रखा है। वे काफी मजाक किया करते थे। कोलकाता में भी एक बार 167 चितरंजन एवेन्यू में उनसे मुलाकात हुई थी। कुछ महीने पहले भी मैं उनसे मुलाकात करने उनके आवास गया था।